मुख्य सचिव व डीजीपी को मानवाधिकार आयोग का नोटिस

भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के सक्रिय सदस्य व अनुसूचित जनजाति से ताल्लुक रखने वाले जीतेन लोहार नामक युवक पर पुलिस के कथित अत्याचार के आरोप में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को नोटिस जारी किया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Nov 2019 03:00 PM (IST) Updated:Sun, 24 Nov 2019 03:00 PM (IST)
मुख्य सचिव व डीजीपी को मानवाधिकार आयोग का नोटिस
मुख्य सचिव व डीजीपी को मानवाधिकार आयोग का नोटिस

जागरण संवाददाता, कोलकाता : भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के सक्रिय सदस्य व अनुसूचित जनजाति से ताल्लुक रखने वाले जीतेन लोहार नामक युवक पर पुलिस के कथित अत्याचार के आरोप में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को नोटिस जारी किया है। आयोग ने इस मामले में दोनों को दो सप्ताह में रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। आयोग ने इन दो सप्ताह के अंदर पीड़ित की स्वास्थ्य संबंधी रिपोर्ट एवं आरोपित पुलिस अधिकारी पर कार्रवाई की जानकारी मांगी है। राज्य सरकार की तरफ से पीड़ित को क्षतिपूर्ति देने संबंधित जानकारी भी मांगी गई है। बंगाल से सांसद सौमित्र खां, निशिथ प्रमाणिक, ज्योतिर्मय सिंह महतो, डॉ. सुकात मजुमदार एवं डॉ. जयंत कुमार रॉय की शिकायत पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने नोटिस जारी किया है। उल्लेखनीय है कि पश्चिम मेदिनीपुर जिलांतर्गत जोगाड़डांगा के रहने वाले जीतेन लोहार को पुलिस ने 14 नवंबर को गिरफ्तार किया था। आरोप है कि उसे पुलिस हिरासत में बेरहमी से पीटा गया। इसके लिए गोआलतोड़ थाने के पुलिस इंस्पेक्टर सुजन राय को जिम्मेदार ठहराया गया है। उनके खिलाफ आयोग में शिकायत की गई थी। प्रदेश भाजपा के महासचिव राजू बनर्जी ने शनिवार को आरोप लगाया कि पार्टी कार्यकर्ताओं पर पुलिस का अत्याचार कम नहीं हो रहा है। राज्यभर में पुलिस द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं को झूठे मामलों में फंसाया जा रहा है। सत्तारूढ़ दल हिसा की राजनीति कर रहा है। कुछ दिन पहले ही पश्चिम मेदिनीपुर जिले के दांतन में भाजपा कार्यकर्ता बरसा हांसदा की कथित तौर पर हत्या कर शव को पेड़ से लटका दिया गया था।

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