तृणमूल को वोट नहीं देने पर महिला को 300 बार कराई उठक-बैठक

-महिला को गले में जूते-चप्पल की माला पहनाकर पूरे गांव में घुमाया गया -चुनाव नतीजे के बाद अब विपक्ष

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 May 2018 03:00 AM (IST) Updated:Sun, 20 May 2018 03:00 AM (IST)
तृणमूल को वोट नहीं देने पर महिला को 300 बार कराई उठक-बैठक
तृणमूल को वोट नहीं देने पर महिला को 300 बार कराई उठक-बैठक

-महिला को गले में जूते-चप्पल की माला पहनाकर पूरे गांव में घुमाया गया

-चुनाव नतीजे के बाद अब विपक्षी दलों के विजयी प्रत्याशियों पर हमला शुरू जागरण न्यूज नेटवर्क, कोलकाता : सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को चुनाव में वोट नहीं देने और बूथ लूट का विरोध करने पर सार्वजनिक रूप से एक महिला को 300 बार कान पकड़कर उठक-बैठक कराई गई। आरोप तृणमूल कार्यकर्ताओं पर लगा है। यही नहीं उक्त महिला को गले में जूते-चप्पल की माला पहनाकर पूरे गांव में घुमाया गया। यह निंदनीय घटना जंगलमहल के मेदिनीपुर सदर ब्लॉक संख्या 4 के कंकावती क्षेत्र के बागदुबी गाव में हुई। प्रताड़ित गृहवधू का नाम कविता दास है। इस घटना की चारों ओर निंदा शुरू हो गई। स्थानीय तृणमूल नेतृत्व ने चुप्पी साध रखी है। उक्त महिला का सिर्फ इतना कसूर था कि उसने पंचायत चुनाव में तृणमूल को वोट नहीं दिया। साथ ही बूथ कैप्च¨रग रोकने के लिए चंट्टान की तरह खड़ी हो गई थी। शुक्रवार को उन्हें जूते-चप्पल की माला पहनाकर पूरे गाव में घुमाया गया। इसके बाद तृणमूल कार्यालय में भीड़ के बीच उसे गिनती कर 300 बार उठक-बैठक कराई गई। इस घटना पर तृणमूल के स्थानीय नेताओं के डर से कविता दास के समर्थन में कोई कुछ नहीं बोल रहा। दूसरी तरफ हुगली जिले के कुंतीघाट के गोपालपुर इलाके में एक निर्दलीय प्रत्याशी के घर में तोड़फोड़ की गई। इस मामले में बालागढ़ थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है। पुलिस ने मामले की जाच शुरू कर दी। गणेश विश्वास डुमुरदा नित्यानंदपुर एक नंबर ग्राम पंचायत के पिछले बार के उपप्रधान थे। इस बार तृणमूल ने जब उन्हें टिकट नहीं दिया तो वह निर्दलीय खड़े हुए लेकिन हार गए। चुनाव से पहले गणेश के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर इलाके में पर्चे बांटे गए थे। चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने भ्रष्टाचार पर कुछ भी सफाई नहीं दी। शुक्रवार को चुनाव के नतीजे आने पर वे हार गए तो उन्होंने अपनी पार्टी दफ्तर से दो लोगों को बुलाकर पर्चे को लेकर सवाल पूछे थे। इसके बाद शुक्रवार रात को उनके घर पर हमला किया गया और घर व गाड़ी में तोड़फोड़ की गई। पंचायत चुनाव के परिणाम घोषित होने के बाद कई जिलों से छिटपुट ¨हसा की खबरें आ रही हैं। कहीं विरोधी दलों के विजयी प्रत्याशियों को धमकाया जा रहा है तो कहीं उनके घरों पर हमला किया जा रहा है। शुक्रवार रात से शनिवार शाम तक मालदा, पूर्व मेदिनीपुर व वीरभूम जिलों में संघर्ष की घटनाएं घटी हैं। अधिकांश घटनाओं में विरोधी दलों के समर्थकों की पिटाई हुई है। हमले का आरोप तृणमूल कार्यकर्ताओं पर लगा है। हालांकि तृणमूल ने सभी घटनाओं से इन्कार किया है।

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