कुछ भी होता है तो सरकार के मत्थे मढ़ दिया जाता है दोष : ममता
बागड़ी मार्केट अग्निकांड को लेकर सीएम का बयान -व्यवसाय के साथ व्यवसाई रखें सुरक्षा का ख्याल
बागड़ी मार्केट अग्निकांड को लेकर सीएम का बयान -व्यवसाय के साथ व्यवसाई रखें सुरक्षा का ख्याल -माझेरहाट में लेवल क्रासिंग को लेकर रेलवे से चल रही है बात जेएनएन, कोलकाता : बागड़ी मार्केट अग्निकांड को लेकर मंगलवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि व्यवसाइयों को चाहिए कि वे व्यवसाय करने के साथ सुरक्षा मानकों का भी ख्याल रखें। राज्य में निवेश आकर्षित करने जर्मनी के फ्रैंकफर्ट शहर पहुंची सीएम ने एक निजी टेलीविजन चैनल से बातचीत में कहा कि कुछ भी होता है तो सरकार के मत्थे दोष मढ़ दिया जाता है। बागड़ी अग्निकांड को लेकर बोलते हुए उन्होंने कहा कि या तो व्यवसाई खुद व्यवस्था करें अथवा हमें करने दें। उन्होंने कहा कि कोलकाता नगर निगम की ओर से बार-बार बोलने के बावजूद हिदायत पर ध्यान नहीं दिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आवश्यकता एक उचित योजना बनाने की है। उन्होंने यह भी कहा कि बागड़ी अग्निकांड की जांच पुलिस, नगर निगम और दमकल विभाग की ओर से किया जाएगा। कुछ भी होने पर सरकार के नाम पर दोष मढ़ दिया जा रहा है। जो लोग व्यवसाय कर रहे हैं उन्हें भी अपनी जिम्मेवारी समझनी होगी। सुश्री बनर्जी ने कहा कि सुनने में आ रहा है कि बागड़ी मार्केट में आग हाकरों के डाला से लगी है। वहां आग बुझाने तक के लिए पर्याप्त जगह नहीं थी। दमकल की गाड़िया प्रवेश करें इसके लिए भी जगह नहीं थी। आग पर नियंत्रण के लिए व्यवस्था नहीं थी, यहां तक कि शौचालय तक को बिक्री कर दिया गया। दूसरी ओर माझेरहाट ब्रिज के संदर्भ में ममता बनर्जी ने कहा कि हम लोग रेलवे के साथ संपर्क में हैं। हमलोग चाहते हैं कि रेलवे एक लेवल क्रासिंग की व्यवस्था करे। अपनी और से हम रास्ते का चौड़ीकरण कर रहे हैं जिसे जारी रखेंगे। गार्डेनरीच की ओर से नया ब्रिज चालू किया गया है। बजबज-महेशतल्ला फ्लाइओवर भी चालू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि माझेरहाट में नए ब्रिज के बनने में एक साल का समय लगेगा तब तक के लिए नए विकल्प पर काम करना होगा। सुश्री बनर्जी ने कहा कि मैंने खुद ही बात की है, रेलवे की ओर से कहा गया है कि दो महीने का समय लगेगा। उन्होंने आगे कहा कि पुल टूटने के बाद मेट्रो रेल परियोजना को लेकर जो काम बंद है उसे फिर से चालू करने को कहा गया है। फारेंसिक परीक्षण के लिए मेट्रो का काम बंद रखने को कहा गया था। सीएम ने कहा कि अब माझेरहाट ब्रिज के टूटे हिस्से को नए ब्रिज के लिए तोड़ना होगा, रेलवे को इसका ख्याल रखना होगा ऐसे में एक टास्क फोर्स गठित कर काम को आगे बढ़ाना चाहिए। सुश्री बनर्जी ने आगे कहा कि जब माझेरहाट पुल बनाया गाया था तब इसके भार वहन करने का क्षमता भी कम था। जैसे ही 50 मीटर से अधिक लंबा ब्रिज बनता है तो इसे लोक निर्माण विभाग की ओर से तैयार किया जाएगा। ब्रिज की निगरानी के लिए विशेषज्ञों की कमेटी भी गठित की जाएगी।