2025 तक हृदय से ज्यादा होंगे लीवर के मरीज, मोटापा है बड़ी वजह

लोगों में अक्सर फैटी लीवर की शिकायत मिलती है जिसे वे मामूली समझने की भूल करते हैं लेकिन तब तक काफी देर हो जाती है।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Mon, 22 Oct 2018 12:05 PM (IST) Updated:Mon, 22 Oct 2018 03:58 PM (IST)
2025 तक हृदय से ज्यादा होंगे लीवर के मरीज, मोटापा है बड़ी वजह
2025 तक हृदय से ज्यादा होंगे लीवर के मरीज, मोटापा है बड़ी वजह

कोलकाता,जागरण संवाददाता। बदलती दिनचर्या, बिगड़ते खानपान, व्यायाम नहीं करने की वजह से हर दूसरे या तीसरे घर में किसी न किसी व्यक्ति में लीवर से संबंधित शिकायत देखने को मिल रही है। 2025 तक दुनिया भर में लीवर से संबंधित बीमारी के मरीज हृदय संबंधी बीमारियों से अधिक होंगे।

उक्त बातें ग्लिनेगल्स ग्लोबल हेल्थ सिटी, चेन्नई के डाक्टर जय वर्गीस ने कोलकाता में कही। हेपेटोलॉजी एंड ट्रांस्प्लांट हेपेटोलॉजी के निदेशक वर्गीस ने कहा कि वैसे तो इस बीमारी के लिए मोटापा बड़ी वजह है और उसे कम करना ही सफल इलाज है। लेकिन, यहां परेशान करने वाली बात यह है कि 80 फीसद लीवर डैमेज होने के बाद इस बीमारी का पता चलता है।

लोगों में अक्सर फैटी लीवर की शिकायत मिलती है जिसे वे मामूली समझने की भूल करते हैं लेकिन तब तक काफी देर हो जाती है। लोगों को समय रहते पता चल जाए तो इलाज संभव है। वहीं, इस मौके पर प्रोफेसर एस राजा सुंदरम, डायरेक्टर- इंस्टीच्यूट आफ ओन्कोलॉजी ने महिलाओं में बढ़ते स्तन कैंसर पर प्रकाश डाला। उन्होंने कैंसर के अन्य वजहों पर भी प्रकाश डाला।

उन्होंने कहा कि आज महिलाओं में स्तनपान कराने का प्रचलन घटा है जिस कारण स्तन कैंसर के मामले बढ़े हैं। इस मौके पर अस्पताल के सेल्स व मार्केटिंग प्रमुख भास्कर रेड्डी ने कहा कि अस्पताल में कुछ बीमारियों के इलाज के लिए मरीजों को तीन साल तक शून्य ब्याज दर पर लोन मुहैया कराया जाता है।

हालांकि यह अस्पताल की ओर से नहीं बल्कि थर्ड पार्टी की ओर से की जाती है। अस्पताल की योजना आगे महानगर में भी एक यूनिट खोलने की है। फिलहाल एक केंद्र ही महानगर के पार्कस्ट्रीट में संचालित है। 

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