ममता सरकार के विजया सम्मेलन में उपेक्षित वामपंथी

जागरण संवाददाता कोलकाता पहले कार्निवल और अब विजया सम्मेलन। राज्य सरकार के इस आयोजन में वामपं

By JagranEdited By: Publish:Tue, 29 Oct 2019 08:16 AM (IST) Updated:Tue, 29 Oct 2019 08:16 AM (IST)
ममता सरकार के विजया सम्मेलन में उपेक्षित वामपंथी
ममता सरकार के विजया सम्मेलन में उपेक्षित वामपंथी

जागरण संवाददाता, कोलकाता : पहले कार्निवल और अब विजया सम्मेलन। राज्य सरकार के इस आयोजन में वामपंथी नेताओं को आमंत्रित न किए जाने से माकपा समेत अन्य वामपंथी दलों में खासा रोष है। दरअसल, अगले माह एक नवंबर को राज्य सरकार विजया सम्मेलन आयोजित करने जा रही है, लेकिन इस समारोह में वामपंथी प्रतिनिधियों को अभी तक राज्य सरकार की ओर से कोई निमंत्रण नहीं मिला है। खबर यह भी है कि अन्य सियासी दलों के प्रतिनिधियों को इस कार्यक्रम में शरीक होने को सरकार की ओर से निमंत्रण पत्र भेजे गए। लेकिन अलीमुद्दीन स्ट्रीट स्थिति माकपा राज्य मुख्यालय में फिलहाल तक कोई पत्र नहीं पहुंचा है। इतना ही नहीं इस समारोह में राज्य के अन्य सियासी दलों के साथ ही कई नामचीन उद्योगपतियों को भी आमंत्रित किया गया है। साथ ही सियासी हलकों में चर्चा तेज है कि विजया सम्मेलन में मुख्यमंत्री औद्योगिक नीतियों के बाबत घोषणाएं कर सकती हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक हर साल की तरह ही इस साल भी राज्य सरकार की ओर से विजया सम्मेलन का आयोजन किया गया है। जिसमें फिल्म, कला, साहित्य, उद्योगपतियों सहित देश के प्रसिद्ध लोगों को इसमें शरीक होने को आमंत्रित किया गया है। इतना ही नहीं इस कार्यक्रम में शरीक होने को विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अब्दुल मन्नान को भी आमंत्रित किया गया है। लेकिन कांग्रेस विधायक ने फिलहाल तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि वे इस कार्यक्रम में शामिल होंगे या फिर नहीं। विजया सम्मेलन में निमंत्रण न मिलने संबंधी मसले पर मीडिया द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में सीपीआइ के राज्य महासचिव स्वपन बंद्योपाध्याय ने कहा कि अभी तक आधिकारिक तौर पर उन्हें कोई निमंत्रण नहीं मिला है। वहीं ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लाक के महासचिव नरेन चट्टोपाध्याय ने भी कहा कि उन्हें कोई निमंत्रण नहीं मिला है। इधर, आरएसपी के क्षिति गोस्वामी ने कहा कि उन्हें पता ही नहीं है कि ममता बनर्जी ने कब विजया सम्मेलन आयोजित किया है। हालांकि इससे पहले दुर्गा पूजा कार्निवाल में भी वामपंथी दलों को कोई निमंत्रण नहीं भेजा गया है और अब विजया सम्मेलन में उपेक्षा किए जाने पर माकपा विधायक सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि यह तो एक दस्तूर बन गया है। इसे तो हम ममता बनर्जी के सियासी शिष्टाचार के रूप में देख रहे हैं।

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