राज्यपाल-ममता सरकार विवादः मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कर रही हैं मर्यादा का उल्लंघनः भाजपा

कुलपतियों के वीडियो कांफ्रेंस में शामिल नहीं होने पर राज्यपाल जगदीप धनखड़ और ममता सरकार के बीछ शुरू हुए विवाद को लेकर भाजपा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा है।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Thu, 16 Jul 2020 09:15 PM (IST) Updated:Thu, 16 Jul 2020 09:15 PM (IST)
राज्यपाल-ममता सरकार विवादः मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कर रही हैं मर्यादा का उल्लंघनः भाजपा
राज्यपाल-ममता सरकार विवादः मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कर रही हैं मर्यादा का उल्लंघनः भाजपा

राज्य ब्यूरो,कोलकाता: कुलपतियों के वीडियो कांफ्रेंस में शामिल नहीं होने पर राज्यपाल जगदीप धनखड़ और ममता सरकार के बीछ शुरू हुए विवाद को लेकर भाजपा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा है। भाजपा के महासचिव और बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बौखला गईं हैं और अपनी पद की मर्यादा का उल्लंघन कर रही हैं। उन्हें राज्यपाल के पद की सीमा और अधिकार का भी बोध नहीं रहा है। विजयवर्गीय ने कहा कि अब ममता जी का प्रशासन पर नियंत्रण नहीं रह गया है। अब तो तृणमूल के गुंडों पर भी उनका नियंत्रण समाप्त हो गया है। ममता जी अपने पद की मर्यादा का उल्लंघन कर रही हैं। शिक्षा के क्षेत्र में बंगाल की छवि पूरे देश में कभी अव्वल हुआ करती थी, लेकिन वर्तमान शिक्षा व्यवस्था चरमरा गई है। इसके लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है।

मुख्यमंत्री ने शिक्षा में राजनीतिक हस्तक्षेप किया। आज बंगाल की बर्बादी के लिए माकपा के बाद तृणमूल सबसे ज्यादा उत्तरदायी है। ममता को अगले चुनाव में इसका जवाब जनता देगी। उन्होंने कहा कि बंगाल में लगातार हत्या का दौर चालू है। आज भी नदिया में भाजपा के एक कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई। 3 साल में 106 भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की गई है। उन्होंने हेमताबाद के विधायक की मौत को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा आत्महत्या करार दिए जाने पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यदि ममता जी में दम है, तो केंद्र सरकार को सीबीआइ जांच कराने के लिए पत्र लिखें। यह पूरी तरह से राजनीतिक हत्या है।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा यह कहने पर कि कोरोना मुकाबले में केंद्र सरकार से कोई मदद नहीं मिली और उनके हाथ में कोई मैजिक नहीं है, पर तंज कसते हुए विजयवर्गीय ने कहा कि मुख्यमंत्री खुद स्वास्थ्य मंत्री हैं और बंगाल की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई है। जान- बूझकर बंगाल की जनता को अंधकार में रखने की कोशिश की जा रही है। गलत आंकड़े पेश किए जा रहे हैं। यह बंगाल की जनता के साथ धोखा है और जनता को धोखा देने वाली मुख्यमंत्री को अपने पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है।

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