और गंभीर हुए बाढ़ के हालात

झारखंड व ओडि़शा के साथ-साथ बंगाल के विभिन्न बांधों से रविवार रातभर तकरीबन 4 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से राज्य में बाढ़ के हालात और गंभीर हो गये हैं।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Tue, 04 Aug 2015 03:19 AM (IST) Updated:Tue, 04 Aug 2015 03:27 AM (IST)
और गंभीर हुए बाढ़ के हालात

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। झारखंड व ओडि़शा के साथ-साथ बंगाल के विभिन्न बांधों से रविवार रातभर तकरीबन 4 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से राज्य में बाढ़ के हालात और गंभीर हो गये हैं। राज्य के 12 जिलों के 9,691 गांवों में लगभग 37 लाख लोग बारिश व बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। इधर सोमवार को बारिश थमने पर भी महानगर के विभिन्न इलाकों में पानी जमा रहा। कोलकाता नगर निगम के कर्मचारी पंपों से उन्हें निकालने में जुटे रहे। इस बीच रविवार देर शाम केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को फोन कर राज्य में बाढ़ की स्थिति की विस्तृत जानकारी ली। गृहमंत्री ने आपदा की इस घड़ी में राज्य को केंद्र की तरफ से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।

नवान्न से रातभर स्थिति का जायजा लेती रहीं मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार रातभर राज्य सचिवालय नवान्न स्थित अपने कार्यालय से विभिन्न जिलों में बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने प्रभावित जिलों के डीएम व एसपी से फोन पर बातचीत कर पीडि़तों की हरसंभव मदद करने का निर्देश दिया। सोमवार को मुख्यमंत्री ने हबरा के बाढ़ प्रभावित अशोकनगर का दौरा कर पीडि़तों में राहत सामग्रियां बांटी।

मदद को किसी के आगे हाथ नहीं फैलाएगी राज्य सरकार

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से बारिश और बाढ़ में मरने वालों के परिजनों को चार लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। इस प्राकृतिक आपदा में अपने अंग खोने वालों को दो लाख रुपये और अन्य घायलों को 60 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। केंद्र का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि आपदा पीडि़तों की मदद के लिए राज्य सरकार किसी के आगे रुपये के लिए हाथ नहीं फैलाएंगी। राज्य सरकार की तरफ से उन लोगों की भी मदद की जाएगी, जिनके घर ढह गए हैं और जिनकी फसलों को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने विपक्षी दलों से राहत को लेकर राजनीति न करने की भी हिदायत दी।

अभिनेता व तृणमूल सांसद देव ने अपने बयान से पार्टी को डाला मुश्किल में

टालीवुड अभिनेता व तृणमूल कांग्रेस सांसद देव ने विवादास्पद बयान देकर अपनी ही पार्टी की सरकार को मुश्किल में डाल दिया है। सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र घाटाल के दौरे पर गए देव ने पांसकुड़ा विधानसभा क्षेत्र में कहा कि राज्य सरकार बाढ़ की स्थिति का मुकाबला करने के लिए तैयार नहीं थी। अब तो बस बारिश थम जाए। गौरतलब है कि ममता सरकार की तरफ से बारिश व बाढ़ से निपटने के लिए सभी तरह की तैयारियां करने का बार-बार दावा किया गया है। ऐसे में देव के इस बयान ने पार्टी को बेचैन कर दिया है।

मुर्शिदाबाद, हुगली, बद्र्धमान और हावड़ा जिले सर्वाधिक प्रभावित

सिंचाई मंत्री ने कहा कि बाढ़ से मुर्शिदाबाद, हुगली, बद्र्धमान और हावड़ा जिले सर्वाधिक प्रभावित हुए हैं। बाढ़ से 2.10 लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि में फसल नष्ट हो गई है। बद्र्धमान में अजय नदी का पानी अभी भी खतरे के निशान से ऊपर है। जिले में कई तटबंध टूट गए हैं। गंभीर हालात को देखते हुए वहां सेना को बचाव कार्य में उतारा गया है। रविवार रात झारखंड व ओडि़शा के कई बांधों से पानी छोडऩे के बाद समस्या और बढ़ गई है। बाढ़ के कारण राज्य में अब तक 60 से अधिक लोग मारे गए हैं। 12 जिलों में 1537 राहत शिविरों में दो लाख से ज्यादा लोगों ने शरण ले रखी है। इसके अलावा बाढ़ से राज्य में 5,672 मवेशियों की मौत हुई है।

राष्ट्रपति ने बाढ़ से मौतों पर जताया दुख

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने बंगाल में बाढ़ के कारण हुई मौतों पर गहरा दुख जताया है। राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी को भेजे गए संदेश में राष्ट्रपति ने चक्रवाती तूफान 'कोमेनÓ और बाढ़ के कारण हुई मौतों पर दुख जताया। इसके अलावा बाढ़ से बेघर व प्रभावित लोगों की स्थिति को लेकर भी राष्ट्रपति ने चिंता जाहिर की है।

अभी और बारिश के आसार

मौसम विभाग ने कहा है कि मंगलवार तक गंगा के मैदानी इलाके और बंगाल में हिमालय के दक्षिणी हिस्से में भारी बारिश होगी। मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी दी गई है।

कोलकाता में निगम के 300 से अधिक पंप कर रहे काम

कोलकाता नगर निगम ने महानगर के विभिन्न इलाकों से जलजमाव हटाने के लिए 300 से अधिक पंप काम पर लगाए हैं। इस बीच बाढ़ के कारण बद्र्धमान विवि की परीक्षाएं रद कर दी गई है। वहीं बाढ़ की वजह से विभिन्न जिलों से कलकत्ता विवि के कालेजों की परीक्षाएं देने नहीं आ पा रहे छात्रों के लिए विशेष व्यवस्था की बात कही गई है।

47 नगर निगम व नगरपालिकाएं बाढ़ की चपेट में

आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार राज्य के 47 नगर निगम व नगरपालिकाएं बाढ़ की चपेट में हैं। राज्य सरकार वहां राहत कार्य को लेकर तत्पर है। बचाव अभियान में 121 नौकाओं को लगाया गया है।

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