कई नेताओं के व्हाट्सएप ग्रुप छोड़ने पर बोले दिलीप घोष- लोग ग्रुप छोड़ते हैं और एंट्री करते हैं, इसमे कुछ खास नहीं

नई राज्य कमेटी की घोषणा के बाद कई नेताओं व विधायकों के व्हाट्सएप ग्रुप छोड़ने को घोष ने नहीं दिया तवज्जो। कमेटी में जगह नहीं मिलने से नाराज कई नेताओं ने पार्टी का व्हाट्सएप ग्रुप छोड़ दिया है इनमें मतुआ समुदाय के पांच विधायक भी हैं।

By Priti JhaEdited By: Publish:Mon, 27 Dec 2021 09:41 AM (IST) Updated:Mon, 27 Dec 2021 09:41 AM (IST)
कई नेताओं के व्हाट्सएप ग्रुप छोड़ने पर बोले दिलीप घोष- लोग ग्रुप छोड़ते हैं और एंट्री करते हैं, इसमे कुछ खास नहीं
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल में प्रदेश भाजपा की नई राज्य व जिला कमेटी की घोषणा व व्यापक सांगठनिक फेरबदल के बाद पार्टी के भीतर असंतोष देखा जा रहा है। कमेटी में जगह नहीं मिलने से नाराज कई नेताओं ने पार्टी का व्हाट्सएप ग्रुप छोड़ दिया है, इनमें मतुआ समुदाय के पांच विधायक भी हैं जिन्होंने शनिवार को ग्रुप छोड़ दिया था। इन सबके बीच भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने इस घटनाक्रम को ज्यादा तवज्जो देने से इन्कार किया है।

कई विधायकों व पार्टी नेताओं के हाट्सएप ग्रुप छोड़ने के सवाल पर घोष ने कहा कि रोजाना कितने लोग ग्रुप छोड़कर जाते हैं और कितने एंट्री करते हैं, इसमे कुछ खास नहीं है। खड़गपुर में पत्रकारों से बातचीत में सांसद घोष ने कहा- प्रतिदिन कितने लोग ग्रुप में शामिल हुए हैं, कितने छोड़ रहे हैं, इसमें कुछ खास नहीं है। हर कोई पार्टी के फैसले पर सहमत नहीं होगा। उन्होंने कहा कि अगर किसी को पार्टी के बारे में कुछ कहना है तो उन्हें पार्टी के भीतर सही जगह पर अपनी बात रखनी चाहिए।

वहीं, घोष की ही तरह बैरकपुर से पार्टी सांसद और प्रदेश उपाध्यक्ष अर्जुन सिंह ने भी कहा कि ऐसे कई लोग हो सकते हैं जो पार्टी के फैसले से नाखुश हों। भाजपा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी नहीं है। मैं कई व्हाट्सएप ग्रुप में नहीं हूं। इसमें क्या है। उल्लेखनीय है कि बुधवार को प्रदेश भाजपा की नई राज्य कमेटी जबकि शनिवार को जिला कमेटी की घोषणा की गई है, जिसमें बड़े स्तर पर फेरबदल किया गया है। इसके बाद से कई नेता नाराज बताए जा रहे हैं। इसके मद्देनजर कई नेताओं के व्हाट्सएप ग्रुप छोड़ने की घटनाएं सामने आई हैं।

मालूम हो कि व्हाट्सएप ग्रुप छोड़ने की शुरुआत प्रदेश महासचिव पद से हटाए गए सायंतन बसु से हुई। बुधवार को नई कमेटी की घोषणा के कुछ घंटे बाद ही उन्होंने सबसे पहले भाजपा का ग्रुप छोड़ दिया। इसके बाद उपाध्यक्ष पद से हटाए गए रितेश तिवारी के अलावा विश्वरूप राय चौधरी ने भी 24 घंटे के भीतर व्हाट्सएप ग्रुप छोड़ दिया था। इस बीच शनिवार को जिला कमेटी की घोषणा के बाद उत्तर 24 परगना व नदिया जिले में मतुआ समुदाय के प्रभाव वाले क्षेत्र से आने वाले पार्टी के पांच विधायकों ने भी ग्रुप छोड़ दिया। इन विधायकों ने नई कमेटी में मतुआ समुदाय को उचित प्रतिनिधित्व नहीं देने का आरोप लगाया। जिसके बाद असंतोष खुलकर सामने आ गया। हालांकि सायंतन बसु ने तर्क दिया कि यह सामान्य बात है। यदि आप राज्य समिति में नहीं हैं, तो व्हाट्सएप ग्रुप में होना नैतिक नहीं है। इसलिए मैंने वह ग्रुप छोड़ दिया। 

chat bot
आपका साथी