बीएसएफ ने सीमा से 1098 बोतल फेंसिडिल कफ सिरप के साथ बांग्लादेशी सहित दो तस्करों को पकड़ा

बीएसएफ के डीआइजी गुलेरिया ने बताया कि वर्तमान समय में धुंध की वजह से सीमावर्ती इलाके में ज्यादा दूर तक दृश्यता न होने की वजह तथा बाॅडर रोड के नजदीक लंबे आकार के फसलो के होने से तस्करों को इसमें छिपने में मदद मिलती।इसका फायदा तस्करों द्वारा उठाया जाता है।

By PRITI JHAEdited By: Publish:Tue, 09 Feb 2021 10:47 AM (IST) Updated:Tue, 09 Feb 2021 10:52 AM (IST)
बीएसएफ ने सीमा से 1098 बोतल फेंसिडिल कफ सिरप के साथ बांग्लादेशी सहित दो तस्करों को पकड़ा
सात महीने पहले अवैध तरीके से सीमा पार कर भारत आया था बांग्लादेशी तस्कर

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने बंगाल में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास अभियान चलाकर अलग-अलग स्थानों से 1098 बोतल प्रतिबंधित फेंसिडिल कफ सिरप के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया है।

बीएसएफ द्वारा जारी बयान में बताया गया कि 7/ 8 फ़रवरी को एंटी-ट्रांस बॉर्डर क्राइम ऑपरेशन के दौरान जवानों ने दोनों फेंसिडिल तस्करों को दबोचा। इसमें एक बांग्लादेशी है। जब्त फेंसिडिल का मूल्य करीब 1,85,562 रुपये है। इसके साथ ही बीएसएफ जवानों ने 57,710 रुपये मूल्य के चार मवेशियों को भी तस्करी से बचाते हुए जब्त किया। फेंसिडिल व मवेशियों की सीमावर्ती जिलों के विभिन्न स्थानों के माध्यम से बांग्लादेश में तस्करी की कोशिश की जा रही थी।

बयान के मुताबिक, सात फ़रवरी को भारतीय तस्करों द्वारा फेंसिडिल की अवैध तस्करी के बारे मे बीएसएफ की इंटेलिजेंस ब्रांच की विश्वस्त सूचना पर कार्य करते हुए सीमा चौकी नवादा, 24 बटालियन के जवानो ने एक स्पेशल ऑपरेशन चलाया। तदोपरान्त सीमा चौकी नवादा के इलाके से बीएसएफ जवानों ने तस्करों को चुनौती देते हुए उनका पीछा किया तथा एक भारतीय तस्कर को 197 बोतल फेंसिडिल और एक मोबाइल फोन के साथ गिरफ्तार किया।प्रारंभिक पूछताछ के दौरान पकड़े गए तस्कर ने अपना नाम मुकलेशुर, ग्राम शारदा, थाना-कालियाचक, जिला मालदा बताया।

आगे पूछताछ के दौरान उसने खुलासा किया कि वह फिलहाल कई महीनों से इन कार्यो में लिप्त रहा है। वहीं उसके साथ और लोग भी तस्करी में लिप्त है। उसने आगे बताया कि वह ये फेंसिडिल लुकमान शैख, थाना -कालियाचक, जिला मालदा से लिया था। फेंसिडिल के प्रति पोटले को तारबंदी पार करने पर उसे 500 रुपये देना तय हुआ था। जिसे पार करने के बाद बागलादेशी तस्कर रशुल शेख, ग्राम -उन्नीस बिघी, थाना शिबगंज, जिला चपाईनवाबगंज (बंग्लादेश) नामक व्यक्ति को सौंपना था।

सात महीने पहले अवैध तरीके से सीमा पार कर भारत आया था बांग्लादेशी तस्कर

इसके अलावा 8 फरवरी को सीमा चौकी बोलतला, 27वीं वाहिनी, सेक्टर कोलकाता के जवानों ने खुफिया जानकारी के आधार पर घात लगाकर एक बांग्लादेशी तस्कर रिपोन हुसैन (25), गांव- काजला, थाना -कालीगंज, जिला -सतखीरा, बांग्लादेश को 16 फेंसिडिल बोतलों के साथ पकड़ा गया।तस्कर ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया कि वह बंगलादेश का नागरिक है और सात महीने पहले अवैध तरीके से सीमा पार कर भारत आया था। उसने बताया कि वह लोरिया, कदम गाछी, बारासात में बेकरी की दुकान पर लेबर का काम करता था। बेकरी मालिक का नाम बबलू मंडल, गांव- बेरा छापा, थाना -हाबरा, जिला -उत्तर 24 परगना है। उसने बताया कि वह दलाल अखेर गाज़ी, गांव -कोइरा कदम गाछी, थाना- बारासात, उत्तर 24 परगना की मदद से वापस बांग्लादेश जा रहा था। अन्य घटनाओं में दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के तहत बीएसएफ जवानों ने तस्करों के प्रयासों को नाकाम करते हुए 885 बोतल फेंसिडिल जब्त किया तथा चार मवेशियों को भी बचाया। गिरफ्तार दोनों तस्करो को जब्त फेंसेडिल के साथ आगे की कानूनी करवाई के लिये सम्बंधित पुलिस स्टेशन/ कस्टम ऑफिस को सौप दिया गया है।

तस्कर धुंध तथा ऊंची फसल का उठाते है फायदा

बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के प्रवक्ता व डीआइजी सुरजीत सिंह गुलेरिया ने बताया कि वर्तमान समय में मौसम में परिवर्तन (धुंध) की वजह से सीमावर्ती इलाके में ज्यादा दूर तक दृश्यता न होने की वजह तथा बाॅडर रोड के नजदीक तक लंबे आकार के फसलो के होने से तस्करों को इसमें छिपने में मदद मिलती है। इसका फायदा तस्करों द्वारा उठाया जाता है।

हालांकि बावजूद इसके दक्षिण बंगाल सीमांत मुख्यालय के अंतर्गत सीमा सुरक्षा बल के जवान सीमावर्ती इलाके से शून्य तस्करी के सिद्धांत पर दृढ़ संकल्प होकर ड्यूटी को तत्परता एवं कुशलता से अंजाम दे रहे हैं। ताकि दिन- प्रतिदिन सीमावर्ती इलाके से हो रही तस्करी में कमी लाई जा सके और पड़ोसी देश बांग्लादेश के साथ मित्रवत संबंधों को और प्रगाढ़ किया जा सके। 

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