बीएसएफ जवानों ने दी चुनौती, बांग्लादेश सीमा से दुर्लभ प्रजाति के आठ स्कारलेट मकाऊ तोते को तस्करी से बचाया

बड़ी सफलता- बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के रास्ते बांग्लादेश से भारत में की जा रही थी तस्करी। दक्षिण अमेरिकी देशों में पाए जाते हैं यह रंग बिरंगी तोते। इधर बीएसएफ की 158वीं बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर आरएस भंडारी ने अपने जवानों की उपलब्धियों पर खुशी व्यक्त की।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Wed, 25 Nov 2020 08:23 PM (IST) Updated:Wed, 25 Nov 2020 08:23 PM (IST)
बीएसएफ जवानों ने दी चुनौती, बांग्लादेश सीमा से दुर्लभ प्रजाति के आठ स्कारलेट मकाऊ तोते को तस्करी से बचाया
इन दुर्लभ तोते को कस्टम ऑफिस पेट्रापोल के माध्यम से कोलकाता के अलीपुर प्राणी उद्यान को सौंप दिया गया है।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास तस्करी को नाकाम करते हुए दुर्लभ प्रजाति के आठ स्कारलेट मकाऊ तोते को तस्करों के चंगुल से बचाया है। बीएसएफ की ओर से बुधवार को एक बयान में बताया गया कि इन पक्षियों को तस्करों द्वारा मंगलवार रात को उत्तर 24 परगना के तेतुलबेरिया सीमा चौकी क्षेत्र से होकर बंगलादेश से भारत में तस्करी की कोशिश की जा रही थी। अधिकारियों का कहना है कि अपनी रंग बिरंगी व मनमोहक स्वरूप के लिए प्रसिद्ध दुर्लभ प्रजाति का मकाऊ तोता दक्षिण अमेरिकी देशों में पाए जाते हैं।‌ बयान के मुताबिक, एक खुफिया सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए जवानों ने उन्हें चुनौती दी। 

संदिग्ध व्यक्तियों को बांस की झाड़ियों के पीछे बैठे देखा

जवानों ने उन्हें चुनौती दी-सीमा चौकी तेतुलबेरिया, 158वीं बटालियन, सेक्टर कोलकाता के जवानों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान संदिग्ध क्षेत्र के पास पेट्रोलिंग दल ने रात लगभग 8:20 बजे कुछ संदिग्ध व्यक्तियों को बांस की झाड़ियों के पीछे बैठे देखा। 

अलग-अलग दिशा में घने जंगल का फायदा उठाकर भागे

जवानों की आवाज सुनकर बदमाश अलग-अलग दिशा में घने जंगल का फायदा उठाकर भाग गए।इलाके की तलाशी के दौरान जवानों ने मौके से तीन पिंजरे बरामद किए, जिसके अंदर से छह लाल एवं दो नीले रंग का (कुल आठ) स्कारलेट मकाऊ तोते बरामद किए गए। 

दुलर्भ तोते कस्टम ऑफिस पेट्रापोल के माध्यम से सौंपे 

बीएसएफ ने आगे की कार्रवाई के लिए इन दुर्लभ तोते को कस्टम ऑफिस पेट्रापोल के माध्यम से कोलकाता के अलीपुर प्राणी उद्यान को सौंप दिया है। इधर, बीएसएफ की 158वीं बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर आरएस भंडारी ने अपने जवानों की उपलब्धियों पर खुशी व्यक्त की। 

केवल जवानों की सतर्क ड्यूटी के कारण संभव हो सका 

उन्होंने कहा कि यह केवल जवानों की सतर्क ड्यूटी के कारण ही संभव हो सका है। उन्होंने बताया कि उनके जवान पूरी तरह से सीमा पार अपराधों के लिए दक्षिण बंगाल फ्रंटियर की ओर से चल रहे"शुन्य तस्करी" के अभियान के संकल्प को पूरा करने के लिए पूर्णतया प्रतिबद्ध हैं।

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