Bengal Politics: तृणमूल नेता अभिषेक बनर्जी की अमित शाह को चुनौती, कहा- डेढ़ साल में भाजपा से छीन लेंगे त्रिपुरा

कोयला घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पूछताछ के लिए समन भेजे जाने के बाद तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर जमकर हमला बोला।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Sat, 28 Aug 2021 07:25 PM (IST) Updated:Sat, 28 Aug 2021 07:25 PM (IST)
Bengal Politics: तृणमूल नेता अभिषेक बनर्जी की अमित शाह को चुनौती, कहा- डेढ़ साल में भाजपा से छीन लेंगे त्रिपुरा
तृणमूल नेता अभिषेक बनर्जी की अमित शाह को चुनौती

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : कोयला घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पूछताछ के लिए समन भेजे जाने के बाद तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर जमकर हमला बोला। उन्होंने केंद्र सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि वे हमें ईडी और सीबीआइ से डराने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हम उनसे भयभीत होने वाले नहीं हैं।तृणमूल छात्र परिषद के स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए अभिषेक ने कहा कि ईडी और सीबीआइ को हमारे पीछा लगा दिया गया है। इससे हमारा हौसला कम होने के बजाय और मजबूत हुआ है।

गृह मंत्री अमित शाह को चुनौती देते हुए अभिषेक ने कहा, 'किसी मां के लाल में हिम्मत है तो हमें रोककर दिखाओ। ये बंगाल की मिट्टी है। यहां राम कृष्ण परमहंस और स्वामी विवेकानंद जैसी हस्तियां पैदा हुई हैं। उन्होंने कहा कि वे अगले डेढ़ साल में त्रिपुरा को भाजपा से छीन लेंगे। 2023 की शुरुआत में वहां होने वाले विधानसभा चुनाव के बाद त्रिपुरा में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सरकार होगी। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि त्रिपुरा में तृणमूल सरकार बनने के बाद द्वारे गुंडा नहीं बल्कि द्वारे सरकार होगी।

अभिषेक ने कहा कि बंगाल में काफी समय से द्वारे सरकार चल रही है। माकपा, भाजपा और कांग्रेस के नेता बंगाल में आकर ऐसे सरकारी आयोजन कैंप देख सकते हैं। टीएमसी सरकार उन्हें पूरी सुविधा देगी। बताते चलें कि बंगाल चुनाव में प्रचंड जीत के बाद तृणमूल कांग्रेस की नजर अब भाजपा शासित त्रिपुरा पर है। त्रिपुरा में भी सत्ता कब्जाने की योजना पर पार्टी काम कर रही है। त्रिपुरा में बांग्ला भाषी लोगों की बड़ी संख्या है। इसलिए टीएमसी वहां पर भी अच्छे नतीजे की उम्मीद कर रही है।

chat bot
आपका साथी