अलकायदा आतंकियों ने बंगाल में प्रवेश करने के लिए सुंदरबन जलमार्ग का किया इस्तेमाल

हाल में कई अलकायदा आतंकी बंगाल के अलग-अलग जिलों से पकड़े गए हैं। राज्य में इनके प्रवेश को लेकर एसटीएफ को सनसनीखेज जानकारी मिली है। पता चला है कि अलकायदा आतंकी राज्य में प्रवेश करने के लिए सुंदरबन जलमार्ग का उपयोग करके सीमा पार करते थे।

By Sumita JaiswalEdited By: Publish:Mon, 05 Sep 2022 05:43 PM (IST) Updated:Mon, 05 Sep 2022 05:43 PM (IST)
अलकायदा आतंकियों ने बंगाल में प्रवेश करने के लिए सुंदरबन जलमार्ग का किया इस्तेमाल
डायमंड हार्बर से पकड़े गए अलकायदा आतंकी पर थी प्रवेश कराने की जिम्मेदारी। सांकेतिक तस्‍वीर।

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। हाल में कई अलकायदा आतंकी बंगाल के अलग-अलग जिलों से पकड़े गए हैं। राज्य में इनके प्रवेश को लेकर एसटीएफ को सनसनीखेज जानकारी मिली है। पता चला है कि अलकायदा आतंकी राज्य में प्रवेश करने के लिए सुंदरबन जलमार्ग का उपयोग करके सीमा पार करते थे।

उन्हें लाने का प्रभारी समीर हुसैन था, जो डायमंड हार्बर से पकड़ा गया एक अलकायदा आतंकी है। समीर हुसैन पर आतंकियों को यहां लाने और खारीजी मदरसे में उनके प्रशिक्षण की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी थी। जांच में मोइनुद्दीन नाम का एक व्यक्ति सामने आया। मोइनुद्दीन दरअसल समीर हुसैन का आका है। अब जांचकर्ता उसकी तलाश कर रहे हैं। एसटीएफ सूत्रों के अनुसार उत्तर 24 परगना के शासन से कुछ दिन पहले अलकायदा के दो आतंकियों अब्दुर रकीब सरकार और एहसानुल्लाह पकड़े गए थे। पूछताछ के बाद शनिवार को डायमंड हार्बर और मुंबई से दो और आतंकियों को गिरफ्तार किया गया। समीर हुसैन ने जिले में खारीजी मदरसे बनाने के लिए जमीन की तलाश शुरू कर दी थी। दो 24 परगना, मालदा, मुर्शिदाबाद में बड़ी संख्या में अनधिकृत मदरसे बनाने की योजना थी।

जेएमबी माड्यूल की तरह कर रहा है काम :

एसटीएफ को पता चला है कि खगरागढ़ धमाकों में शामिल जेएमबी माड्यूल की तरह अलकायदा माड्यूल भी राज्य में काम कर रहा है। समीर खारीजी मदरसे की जमीन के लिए मालिकों से संपर्क करता था। दूसरों के पास आधार-वोटर कार्ड का उपयोग करके जमीन खरीदने की योजना थी। इसका एक लक्ष्य ब्रेनवाश करने के लिए मदरसों और विस्फोटक बनाने के लिए प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करना था। बड़ी रकम बांग्लादेश से आती थी। वह पैसा मोइनुद्दीन के हाथ से होते हुए समीर हुसैन के पास पहुंचता था। पुलिस को यह जानकारी दोनों आरोपितों के वाट्सएप चैट से मिली है।

सूत्रों के मुताबिक समीर ने जिरह में स्वीकार किया कि अलकायदा के शीर्ष स्तर पर मोइनुद्दीन से सीधा संपर्क है।  और समीर खारीजी मदरसे में पढ़ाने के नाम पर नए सदस्यों की भर्ती करता था। उन्हें दक्षिण 24 परगना में काम करने के लिए निर्देशित किया गया था। वे मुख्य रूप से सुंदरबन जलमार्ग का उपयोग सीमा पार करने के लिए करते थे। वे इस तरह कई बार बांग्लादेश गए।  इसी रास्ते से वह बांग्लादेश से आतंकियों को इस राज्य में लाते थे।  जांचकर्ता यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि जलमार्ग से आए ये आतंकी देश में कहां तक फैले हैं।

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