रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में वृद्धि से नाखुश आधी आबादी

लोकसभा चुनाव के तहत तीन चरणों तक का मतदान संपन्न हो गया है। प

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Apr 2019 07:09 PM (IST) Updated:Wed, 24 Apr 2019 07:09 PM (IST)
रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में वृद्धि से नाखुश आधी आबादी
रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में वृद्धि से नाखुश आधी आबादी

जागरण संवाददाता, खड़गपुर : लोकसभा चुनाव के तहत तीन चरणों तक का मतदान संपन्न हो गया है। पश्चिम मेदिनीपुर, पूर्व मेदिनीपुर और झाड़ग्राम जिला अंतर्गत पांच लोकसभा सीटों के लिए मतदान छठे चरण के तहत 12 मई को कराया जाएगा। संसदीय क्षेत्रों में स्टार प्रचारकों का दौरा भी शुरू हो गया है। विभिन्न राजनैतिक दलों द्वारा अपने-अपने घोषणापत्र भी जारी कर दिए गए हैं। अमूमन देखा गया है कि घोषणापत्रों में महिलाओं के मुद्दे हमेशा से उपेक्षित रहते आए हैं। लगभग प्रत्येक चुनाव में उनकी अनदेखी की जाती है। हालांकि इस बार भाजपा, कांग्रेस समेत अन्य दलों ने महिलाओं के मुद्दों को जोर-शोर से उठाने का प्रयास किया है। एक ओर जहां भाजपा के घोषणापत्र में महिला विकास पर बल देते हुए भाजपा सरकार द्वारा महिलाओं के लिए चलाई जा रही कई योजनाओं का जिक्र करने के साथ-साथ ही महिलाओं के समग्र विकास, महिला अपराध रोकने की दिशा में कदम व बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान की सफलता को आगे बढ़ाते हुए बेटियों को शिक्षा के पर्याप्त अवसर उपलब्ध कराने के लिए वित्तीय सहायता और उच्च शिक्षा ऋण में रियायत देने सहित कई वादे किए गए हैं, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने अपने एजेंडे में लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 फीसद आरक्षण का प्रावधान के साथ साथ ही केंद्र सरकार की नौकरियों में आधी आबादी के लिए 33 फीसद आरक्षण का प्रावधान रखने की घोषणा के साथ ही कस्बों और शहरों में सरकारी नौकरी और नगरपालिका की नौकरी में अधिक महिलाओं को भर्ती करने की घोषणा की गई है। अब महिलाओं को चुनावी घोषणापत्रों में तो जगह मिल गई है, लेकिन सबसे अहम मुद्दा तो यह होगा कि जनता द्वारा चुने जाने के बाद सत्ता में आने वाली सरकार क्या महिलाओं के हित में घोषणापत्र के मुताबिक काम करेगी अथवा उन्हें भुला दिया जाएगा। चुंकि अधिकांश महिलाओं का नियंत्रण अपने घर के किचेन में होता है, तो महंगाई, रसोई गैस की कीमतों में वृद्धि आदि मुद्दों को लेकर भी महिलाओं की बेजारी को राजनैतिक दल दरकिनार कर नहीं चल सकते। ऊपर से महिलाओं की सुरक्षा भी उनके लिए एक अहम मुद्दा है। बुधवार को मेदिनीपुर संसदीय क्षेत्र अंतर्गत रेलनगरी खड़गपुर में महिलाओं से जुड़े इन्हीं मुद्दों को Þदैनिक जागरण'द्वारा Þनेता जी एक बात सुनो'कॉलम के तहत उठाने का प्रयास किया गया, ताकि क्षेत्र से खड़े हुए विभिन्न दलों के उम्मीदवारों तक महिलाओं की आवाज पहुंचे और जीत के बाद वह उनके हित में कार्य करने का प्रयास करें।

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बंगाल में अन्य राज्यों के मुकाबले महिलाएं कहीं ज्यादा सुरक्षित हैं। हालांकि सरकार को यहां महिला थानों की संख्या और भी बढ़ाने की जरूरत है। इन दिनों बाजार में महंगाई भी बढ़ी है। रसोई से संबंधित सामानों की कीमत कम करने को लेकर सरकारों को ध्यान रखना चाहिए। रसोई गैस का दाम भी कम होना चाहिए।

- बीना जैन, खरीदा मेन रोड, खड़गपुर

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कन्याश्री योजना के तहत छात्राओं को साइकिल आदि प्रदान कर राज्य सरकार ने गरीब एवं जरूरतमंद लोगों को काफी राहत दिया है। गरीब बच्चों को स्कूल यूनीफॉर्म, जूते आदि भी मुहैया कराया जा रहा है, लेकिन विगत डेढ़ माह के अंतराल में रसोई गैस सिलेंडर का दाम बढ़ा है। बाजार में भी महंगाई बढ़ी है, जिस पर नियंत्रण लाने की जरूरत है। सरकारों को महिलाओं की बातों को भी वरीयता देनी चाहिए।

- राधा शर्मा, भगवानपुर, खड़गपुर

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Þबेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ'अभियान की वजह से लड़कियों को शिक्षा के पर्याप्त अवसर उपलब्ध कराए गए हैं। यह केंद्र सरकार की बड़ी उपलब्धियों में से एक है, लेकिन इसके साथ ही सरकार को महंगाई पर भी नियंत्रण लाने की जरूरत है। रसोई गैस के दाम फिर से बढ़ गए हैं। बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या है। सरकार को महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए रोजगार बढ़ाना चाहिए।

- ममता सिंह, न्यू सेटलमेंट, खड़गपुर

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गरीबों को रसोई गैस सिलेंडर तो दिया जा रहा है, लेकिन पहली बार उन्हें कनेक्शन के साथ निश्शुल्क सिलेंडर प्रदान किया जाता है, लेकिन उसके पश्चात सिलेंडर लेने पर कीमत अदा करनी पड़ती है, जो नहीं होना चाहिए। लड़कियों को शिक्षा में समान अधिकार मिलना चाहिए। केंद्र द्वारा अब तक जितनी भी घोषणा की गई हैं, उनमें से अधिकांश पूरी नहीं हुई हैं। उम्मीद है इस चुनाव के बाद केंद्र की सत्ता में आने वाली पार्टी हम महिलाओं के हित पर ध्यान देगी।

- प्रभा कुमारी, भगवानपुर, खड़गपुर

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