चार्जशीट वापस लेने की मांग पर श्रमिकों का धरना

- बिन्नागुड़ी चाय बागान की घटना अगर मांगे पूरी नहीं हुई तो लगातार अनशन और धरना की चेतावन

By JagranEdited By: Publish:Thu, 14 Jan 2021 08:32 PM (IST) Updated:Thu, 14 Jan 2021 08:32 PM (IST)
चार्जशीट वापस लेने की मांग पर श्रमिकों का धरना
चार्जशीट वापस लेने की मांग पर श्रमिकों का धरना

- बिन्नागुड़ी चाय बागान की घटना, अगर मांगे पूरी नहीं हुई तो लगातार अनशन और धरना की चेतावनी संवाद सूत्र, बिन्नागुड़ी: दो श्रमिक को चार्जशीट देकर जांच करने के फैसले के खिलाफ कुछ श्रमिकों ने धरना शुरू किया। गुरुवार सुबह को 11 बजे से श्रमिकों ने बागान के फैक्टरी के सामने धरना दिया। शाम को सैकड़ों श्रमिकों ने बागान परिसर में रैली भी निकाली। श्रमिकों की मांग है कि जिनके खिलाफ चार्जशीट डाला गया है उसे वापस लेना होगा। साथ ही निकाले गए श्रमिकों को वापस काम पर रखना होगा। अगर ऐसा नहीं होता है तो लगातार धरना और अनशन किया जाएगा। कुछ श्रमिकों की माने तो बागान प्रबंधन श्रमिकों की समस्या का समाधान किए बिना ही काम से हटा दिया है। इसलिये वे लोग प्रदर्शन में शामिल हुए हैं। वहीं बागान प्रबंधन की माने तो चाय बागान में नियमों को मानकर ही काम किया जा रहा है। कुछ श्रमिक दूसरे श्रमिकों को भड़का कर बागान को आंदोलन के रास्ते पर ले जाना चाह रहे हैं। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

बागान श्रमिक अमिता सार्की ने कहा कि श्रमिक समस्याओं को लेकर गेट मीटिंग हर बागान में ही होती है। लेकिन बिन्नागुड़ी चाय बागान प्रबंधन मीटिंग का बहाना देकर अचानक बागान बंद करके चली गई थी। इसी के नाम पर अब बागान श्रमिक पर चार्जशीट लगाकर काम से निकाल दिया गया है। एक अन्य श्रमिक हरिता सार्की का कहना है कि बागान प्रबंधन समस्या हल करने के बजाए श्रमिकों के खिलाफ कठोर रवैया अपना रही है। इस दिन जिन श्रमिकों ने धरना दिया है, उनकों पूरा समर्थन दे रहे हैं।

बिन्नागुड़ी चाय बागान के कांग्रेस समर्थित एनयूपीडब्ल्यूयू के नेता हजरत अंसारी ने कहा कि गलत आरोप लगाकर और जानबूझकर बागान प्रबंधन उनपर और एक श्रमिक पर चार्जशीट लगाकर सस्पेंड किया है। चार्जशीट वापस लेने और काम पर लौटाने की मांग को लेकर ही उनलोगों ने धरना दिया।

पूरे मामले को लेकर बिन्नागुड़ी चाय बागान प्रबंधन ने जिन दो लोगों के खिलाफ चार्जशीट दिया था, उस हिसाब से ही जांच की जा रही है। लेकिन कुछ श्रमिकों को साथ लेकर जांच में बाधा दी जा रही है। कानून अपना काम करते रहेगी। उन्होंने कहा कि कुछ लोग निजी स्वार्थ के लिए बागान के वातावरण को नष्ट करने का प्रयास कर रहे हैं। गौरतलब है कि गत नवंबर महीने के 10 व 11 तारीख को श्रमिक संगठन के गेट मीटिंग व धरना प्रदर्शन के चलते प्रबंधन काली पूजा के दिन बागान बंद करके चले गए थे। पांच दिन बाद हुए त्रिपक्षीय बैठक में वापस बागान खोलने का फैसला लिया गया। अब बागान श्रमिकों को आंदोलन के लिए प्रेरित करने का आरोप लगाकर दो श्रमिकों को पहले कारण बताओ नोटिस फिर चार्जशीट लगाकर सस्पेंड कर दिया गया है। इसे लेकर ही कुछ श्रमिकों ने नाराजगी देखी जा रही है।

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