चिकित्सक के अभाव में इएनटी विभाग के गेट पर फिर ताला

- इलाज के अभाव में मरीजों को हो रही है परेशानी - प्रत्येक दूसरे दिन विभाग में मौजूद रह

By JagranEdited By: Publish:Wed, 03 Jan 2018 03:00 AM (IST) Updated:Wed, 03 Jan 2018 03:00 AM (IST)
चिकित्सक के अभाव में इएनटी विभाग के गेट पर फिर ताला
चिकित्सक के अभाव में इएनटी विभाग के गेट पर फिर ताला

- इलाज के अभाव में मरीजों को हो रही है परेशानी

- प्रत्येक दूसरे दिन विभाग में मौजूद रहेंगे चिकित्सक: अस्पताल अधीक्षक

जागरण संवाददाता, जलपाईगुड़ी: चिकित्सकों के अभाव में जिला अस्पताल के इएनटी विभाग में फिर से ताला लटका दिया गया। इससे पहले गत 21 दिसंबर को भी नोटिस देकर इएनटी का आउटडोर विभाग बंद कर दिया गया था। समाचार पत्रों से जानकारी मिलने के बाद जिला स्वास्थ्य दफ्तर के हस्तक्षेप से इएनटी विभाग खुलवाया गया। अवकाश पर रोक लगाकर जरूरी तलब कर चिकित्सकों को बुलाया गया। लेकिन नए साल के दूसरे दिन फिर से इएनटी विभाग के गेट पर ताला लगने से इलाज के लिए आए मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही मरीज के परिजनों को अपमानित भी किया जा रहा है। सुबह नौ बजे से ही काफी संख्या में मरीज इलाज के लिए लाइन लगाकर खड़े थे। घंटों बीत जाने के बाद सूचना मिली कि इएनटी विभाग नहीं खुलेगा।

डेंगुआझार के निवासी मोतिउर रहमान ने कहा कि कान की समस्या को लेकर वह अपने नातिन साइन परवीन को अस्पताल लाया। लेकिन इलाज के लिए कोई चिकित्सक नहीं मिला। इस बारे में किसी ने सूचना तक नहीं दी।

जलपाईगुड़ी जिला अस्पताल के अधीक्षक डाक्टर गयाराम नस्कर ने कहा कि चिकित्सक के अभाव में ही इएनटी विभाग बंद कर दिया गया है। प्रत्येक दूसरे दिन चिकित्सक मरीजों का इलाज करेंगे।

ज्ञातव्य है कि चिकित्सकों के अभाव में गत 21 दिसंबर को जिला अस्पताल के इएनटी विभाग के गेट पर ताला जड़ दिया गया था। एक भी चिकित्सक के न होने से मरीजों को बिना इलाज के ही वापस लौटना पड़ा था। अस्पताल सूत्रों से बताया गया था कि इएनटी विभाग में कुल तीन चिकित्सक थे जो विभिन्न कारणों से छुट्टी मना रहे थे। इस अवस्था में स्वास्थ्य दफ्तर का इएनटी विभाग चलाना मुश्किल हो रहा था। मजबूरन नोटिस देकर गेट पर ताला मार दिया गया। साथ ही यह भी कहा गया था कि आपातकालीन समय में सर्जन ही मरीजों का इलाज करेंगे।

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