्रटेकलापाड़ा चाय श्रमिकों में बागान खुलने की आशा जगी

- 14 वर्षो से बंद पड़ा है बागान, 602 श्रमिक परिवार मुश्किल में संवाद सूत्र, वीरपाड़ा: गत 23 नंवबर को

By Edited By: Publish:Thu, 08 Dec 2016 06:33 PM (IST) Updated:Thu, 08 Dec 2016 06:33 PM (IST)
्रटेकलापाड़ा चाय श्रमिकों में बागान खुलने की आशा जगी

- 14 वर्षो से बंद पड़ा है बागान, 602 श्रमिक परिवार मुश्किल में

संवाद सूत्र, वीरपाड़ा: गत 23 नंवबर को डंकंस समूह के वीरपाड़ा चाय बागान खुलने के बाद से ही प्राय: 14 वर्षो से बंद टेकलापाड़ा चाय बागान के श्रमिकों में भी एक नई आशा जगी है। उनलोगों का कहना है कि डंकंस समूह के सभी चाय बागानों को खोलने की बात की जा रही है। अगर टेकलापाड़ा चाय बागान खुल जाता है तो 602 श्रमिक परिवार को खुशी मिलेगी। वीरपाड़ा थाना अंर्तगत टेकलापाड़ा चाय बागान वर्ष 2002 में बंद हो गया था। इस बीच कई श्रमिकों की मौत हो गई। अनेक श्रमिक रोजगार की तलाश में दूसरे राज्य चले जा रहे हैं। जो बागान में है वे लोग भी शारीरिक रूप से काफी कमजोर हो गए हैं। वर्तमान में श्रमिक फाउलाई व मनरेगा की मजदूरी पर ही अपने परिवारों का लालन पालन कर पा रहे हैं। श्रमिकों की माने तो उनलोगों को सरकारी सहायता नहीं बल्कि काम चाहिए। चाय बागान श्रमिक स्वपन समजार, विनोद तांति, सुदर्शन तांति समेत अन्यों की माने तो 14 वर्ष पहले टेकलापाड़ा के साथ ही रामझोड़ा चाय बागान भी बंद हो गया था लेकिन रामझोड़ा बागान काफी पहले ही खुल गया था। डंकंस समूह के बंद चाय बागान भी खुलने लगे हैं, पर टेकलापाड़ा चाय बागान नहीं खुल रहा है। उनलोगों का आरोप है बागान को लेकर मंत्री व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों से बात की गई थी। इसके बावजूद बागान बंद ही है। श्रमिकों की मांग है कि सरकार जल्द से जल्द बागान खोलने को लेकर कोई आवश्यक कदम उठाए।

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