West Bengal Coronavirus Lockdown Effect: मालदा में कोरोना मीटर की तेज रफ्तार से लोगों में दहशत, रेड जोन घोषित

उत्तर बंगाल में मालदा जिला हॉट स्पॉट बन गया है। गैर जरूरत वाले 12 दुकानदारों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Mon, 18 May 2020 09:54 AM (IST) Updated:Mon, 18 May 2020 09:54 AM (IST)
West Bengal Coronavirus Lockdown Effect: मालदा में कोरोना मीटर की तेज रफ्तार से लोगों में दहशत, रेड जोन घोषित
West Bengal Coronavirus Lockdown Effect: मालदा में कोरोना मीटर की तेज रफ्तार से लोगों में दहशत, रेड जोन घोषित

मालदा,  प्रवासी मजदूर धीरे-धीरे मालदा लौट रहें है। प्रशासन कोशिश कर रही है कि सभी श्रमिकों के स्लाइबा की जांच की जाए। मालदा में कोरोना रोगियों की संख्या 26 तक पहुंच गयी है। जिन-जिन इलाकों में कोरोना पॉजिटिव पाए गए है, उन इलाकों को सील किया जा रहा है। साथ ही माइकिंग करके लोगों को जागरूक किया जा रहा है। खुले हुए दुकानों को पुलिस ने जाकर जबरन बंद करवाया।

प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि जिला के रतुआ, माणिकचक, हरिशचंद्रपुर, हबीबपुर, इंग्लिश बाजार, कालियाचक सहित विभिन्न ब्लॉकों में कोरोना पॉजिटिव रोगी मिले है। मालदा में आवश्यक सामानों के लिए सब्जी, मोदीखाना व दवा दुकानें खुली रहेगी। रविवार को जिला पुलिस व प्रशासन ने मिलकर शहर में अभियान चलाया व बगैर जरूरत वाले दुकानों को जबरन बंद करवाया। दुकानदारों को फटकार के साथ डंडे भी चटकाए।

शुक्रवार को छह कोरोना पॉजिटिव रोगी मिले है। रविवार को डीएसपी हेडक्वार्टर प्रशांत देवनाथ, कालियाचक थाना के आईसी आशीष दास सहित विभिन्न पुलिसकर्मी उपस्थित थें। इस संबंध में जिला पुलिस अधीक्षक अलोक राजोरिया ने बताया कि इसे लेकर लोगों को आतंकित होने की आवश्यकता नहीं है। लोगों को सरकारी निर्देश को ध्यान में रखकर दुकान आदि खोलनी चाहिए। हमें जो भी पॉजिटिव केस मिल रहे है, उनके साथ उनके परिवार को भी क्वारेंटाइन करके उनके स्लाइबा की जांच करवा रहें है। विभिन्न इलाके में पुलिस बल को तैनात किया गया। 

गुड़गांव से आए हुए 18 श्रमिक

एक ओर प्रवासी भारतीय को हवाई जहाज से लाने का प्रयास किया जा रहा है। स्पेशल ट्रेन चलाई जा रही है। लेकिन मजदूरों के लिए कुछ नहीं। वें गाय-बकरी की तरह किसी तरह ट्रक व लॉरी में ठुंस-ठुंस कर अपने घर पहुंच रहे है। प्रशासन बस मूक दर्शक बनी हुई है। दालखोला में भी ऐसी स्थिति देखी गयी। इन मजदरों को स्थानीय लोगों ने सहायता की। इसे देखते हुए शहर के रेल के पास सेले कर दालकोला बाजार ,मिठापूर तक अलग अलग समाज संगठन के लोग प्रवासी मजदूरो के बिच खाद्य सामाग्री बितरन करते हुए दिखे।

गौरतलब है कि स्थानीय प्रसासन की ओर से इन प्रवासी मजदूरो को किसी भी प्रकार का साहायता करते हुए नहीं दिखा गया।वहीं दूसरी ओर दक्षिण दिनाजपुर जिले के बुनियादपुर बस स्टैंड में आज वहां के स्थानीय लोगों ने हरियाणा के गुड़गांव से आए हुए 18 श्रमिक जो एक हजार छह सौ किलोमीटर का रास्ता ऑटो से तय कर के आए थे, उन्हें बुनियाद पुर के बस स्टैंड में ठहराया गया। ये श्रमिक जिले के विभिन्न ब्लॉक के रहने वाले है। इसे लेकर स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। 

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