Bengal Elections 2021: अंधियारा छटेगा, सूरज निकलेगा, कमल खिलेगा को चरितार्थ कर रही भाजपा: राजू बिष्ट

West Bengal Assembly Election 2021 बंगाल में विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी अपना 41 वा स्थापना दिवस मना रही है। इस मौके पर जिला कार्यालय से लेकर बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं में काफी जोश और उमंग देखा जा रहा है।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Tue, 06 Apr 2021 09:23 PM (IST) Updated:Tue, 06 Apr 2021 09:23 PM (IST)
Bengal Elections 2021: अंधियारा छटेगा, सूरज निकलेगा, कमल खिलेगा को चरितार्थ कर रही भाजपा: राजू बिष्ट
कर्सियांग विधानसभा क्षेत्र में लोगों को भाजपा स्थापना दिवस की बधाई देते सांसद राजू बिष्ट

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी: बंगाल में विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी अपना 41 वा स्थापना दिवस मना रही है। इस मौके पर जिला कार्यालय से लेकर बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं में काफी जोश और उमंग देखा जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी का नाम लेने में कार्यकर्ता खास करके इस सीमावर्ती बंगाल में परहेज करते थे वह आज खुलेआम अपने घरों पर झंडा लगा रहे हैं। स्थापना दिवस के मौके पर कर्सियांग में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में वोट मांगने और स्थापना दिवस पर लोगों को बधाई देते हुए दार्जिलिंग के सांसद तथा भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजू बिष्ट ने कहा कि 6 अप्रैल1980 को भारतीय जनता पार्टी की स्थापना हुई थी। मुंबई के पहले अधिवेशन में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने बतौर अध्यक्ष कहा था कि अंधियारा छटेगा सूरज निकलेगा,कमल खिलेगा।

आज भारत की संसदीय राजनीति में चारों तरफ कमल खिल रहा है। कभी बामन बनियों और बाजार वालों (मतलब शहरी इलाके) की पार्टी रही भाजपा आज अखिल भारतीय प्रभाव के चरम पर है। पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के शोर में बीजेपी का स्थापना दिवस कुछ अहम सवालों के साथ विमर्श को आमंत्रित करता है। 04 दशकों में बीजेपी ने लगातार नई ऊंचाइयां छूईं। पहले अटल बिहारी वाजपेयी की अगुवाई में बीजेपी ने 90 के दशक के आखिर में सरकार बनाई। अब पिछले 06 सालों से नरेंद्र मोदी बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार के प्रधानमंत्री हैं। वैसे इसके मूल में भारतीय जनसंघ है, जिसकी नींव डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने रखी थी। आज भाजपा देश की सबसे बड़ी राष्ट्रीय पार्टी हो चुकी है, जिसके पास देश की लगभग 70 फीसदी आबादी का साथ है। पार्टी की स्थापना को अब तक पूरे 41 साल हो चुके हैं। अटल बिहारी वाजपेयी भाजपा के पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। जब भारतीय जनसंघ

साल 1980 में हुए लोकसभा चुनाव में सिर्फ 31 रह गईं और पार्टी बिखर गर्इ। इसके बाद जनसंघ की विचारधारा के नेताओं नें भारतीय जनता पार्टी का गठन किया। लेकिन, 1984 में हुए चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को मात्र 2 सीटें हैं मिल पाई। नौवीं लोकसभा 1989 में हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को पचासी सीटें प्राप्त हुई। 1991 में 120, 1996 में 161, 1998- 99 में 182 और 2004 में भारतीय जनता पार्टी केंद्र की सरकार में आई। 2009 में 116 सीटें मिली थी। 2014 से अब तक पूर्ण बहुमत से केंद्र में सरकार चला रही है।

भारतीय जनता पार्टी, भारतीय जनसंघ की उत्तराधिकारी है. डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी, मौलीचंद्र शर्मा, प्रेमनाथ डोगरा, आचार्य डीपी घोष, पीतांबर दास, ए रामाराव, वच्छ राज व्यास, बलराज मधोक, दीनदयाल उपाध्याय, अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी, डॉ मुरली मनोहर जोशी, कुशाभाऊ ठाकरे, बंगारू लक्ष्मण, के जना कृष्णमुर्ति, एम वेंकैया नायडू, नितिन गडकरी और राजनाथ सिंह ने मेहनत कर इसे यहां तक पहुंचाने का काम किया। खासकर 90 के दशक में भाजपा को मजबूत करने में वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी की अहम भूमिका रही।

भारतीय जनता पार्टी इतनी  बड़ी राजनीतिक पार्टी यूं ही नहीं बनी है।  कई शख्सियतों ने इसे फर्श से अर्श तक पहुंचाया है। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह ने इसे सबसे ज्यादा ऊंचाई प्रदान की है। अब जेपी नड्डा पार्टी के मौजूदा अध्यक्ष हैं। इन सभी ने न केवल दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बनाने का काम किया बल्कि पूर्वोत्तर तक में बीजेपी का झंडा लहरा दिया, जहां सत्ता के लिए कभी बीजेपी के नेता सोचते भी नहीं थे। भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय हित में कार्य करती आ रही है और आगे भी करते रहेगी।

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