कोरोना योद्धाओं के अपमान के विरुद्ध तृणमूल का धरना, सरकारी कर्मचारियों ने 'पेन डाउन' कर जताया विरोध

Trinamool Congress protestआठ जनवरी को केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल व दार्जिलिंग के सांसद राजू बिष्ट ने एनबीएमसीएच में जाकर वहां के डॉक्टरों नर्सो व सवास्थ्य कर्मियों को डांटकर अपमानित किया था। उसी के विरोध में तृणमूल कांग्रेस की ओर से धरना प्रदर्शन किया गया।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Mon, 11 Jan 2021 03:02 PM (IST) Updated:Mon, 11 Jan 2021 03:12 PM (IST)
कोरोना योद्धाओं के अपमान के विरुद्ध तृणमूल का धरना, सरकारी कर्मचारियों ने 'पेन डाउन' कर जताया विरोध
कोरोना योद्धाओं के अपमान के विरुद्ध तृणमूल का धरना प्रदर्शन

सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल व दार्जिलिंग के सांसद राजू बिष्ट पर नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एनबीएमसीएच) में कोरोना योद्धा डॉक्टरों, नर्सो एवं स्वास्थ्यकर्मियों का अपमान करने का आरोप लगाते हुए उसके विरुद्ध दार्जिलिंग जिला (समतल) तृणमूल कांग्रेस की ओर से सोमवार को एनबीएमसीएच में धरना प्रदर्शन किया गया। वहीं, तृणमूल कांग्रेस के ही आह्वान पर राज्य सरकार के कर्मचारियों ने भी दोपहर 12:00 बजे से 10 मिनट तक 'पेन डाउन' कर 'काम रोको' अभियान अंजाम दिया। 

 इस अवसर पर दार्जिलिंग जिला (समतल) तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष रंजन सरकार ने कहा कि, बीते शुक्रवार आठ जनवरी को केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल व दार्जिलिंग के सांसद राजू बिष्ट ने एनबीएमसीएच में जा कर वहां उन डॉक्टरों, नर्सो व सवास्थ्य कर्मियों को डांट पिलाई है, उन्हें अपमानित किया है जिन्होंने कोरोना के भीषण संकट काल में अपनी जान की परवाह न करते हुए दिन-रात एक कर लोगों की रक्षा की। ऐसे कोरोना योद्धाओं का अपमान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। उसी के विरुद्ध हम लोगों आज एनबीएमसीएच में दिन भर धरना प्रदर्शन किया। 

वहीं, राज्य के सरकारी कर्मचारियों ने 10 मिनट तक 'पेन डाउन' कर विरोध जाता। केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल व दार्जिलिंग के प्रवासी सांसद राजू बिष्ट जब तक कोरोना योद्धाओं को अपमानित करने हेतु माफी नहीं मांगेंगे तब तक इसके विरुद्ध हम लोगों का आंदोलन जारी रहेगा। हमारी पार्टी हड़ताल में विश्वासी नहीं है। मगर, अब अति हो चुका है। इसलिए मजबूरन हमें 10 मिनट पेन डाउन जैसा अभियान करना पड़ा।उन्होंने उपरोक्त मंत्री व सांसद को निशाने पर लेते हुए यह भी कहा कि आजकल कुछ मौसमी पर्यटक, कुछ प्रवासी यहां खूब घूमने आ रहे हैं। वैसे भी दार्जिलिंग में इन दिनों पर्यटन का मौसम है। वे आएं घूमें, उससे हमें कोई हर्ज नहीं है। मगर, यहां अराजकता फैलाना चाहेंगे तो उसे कदापि बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आज जो हमारे प्रवासी सांसद सवाल पर सवाल उठा रहे हैं वह कोरोना के समय कहां थे? 

जब लोगों को सहारे की जरूरत थी। तब, वह छह-सात महीने तक दिल्ली में ही शरण लिए रहे। यहां एक बार झांका तक नहीं। अब बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं। वो जो प्रवासी नेता, मंत्री, सांसद यहां आ कर आग लगाना चाह रहे हैं उन्हें पहले अपने गिरेबान को झांकना चाहिए। पश्चिम बंगाल की सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था जितनी बेहतर है उतनी देश भर में कहीं और नहीं है। वे हमें आईना न दिखाएं। खुद आईना देखें। उन्हें आईने की ज्यादा जरूरत है। इस दिन धरना प्रदर्शन में दार्जिलिंग जिला (समतल) तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता बेदब्रत दत्त व अन्य कई लोग सम्मिलित हुए। उल्लेखनीय है कि केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल व दार्जिलिंग के सांसद राजू बिष्ट बीते शुक्रवार आठ जनवरी को एनबीएमसीएच में चिकित्साधीन एक दुष्कर्म पीड़िता को देखने गए थे। वहां उन पर डॉक्टरों, नर्सों एवं स्वास्थ्य कर्मियों को डांट पिलाने व अपमानित करने का आरोप लगा है।

chat bot
आपका साथी