भारत-नेपाल और भूटान सीमा पार वाहन लेकर जाओ और पैसे कमाओ

भारत-नेपाल और भूटान सीमा पार से हो रही पेट्रोलियम पदार्थ की तस्करी ।

By Edited By: Publish:Sun, 06 May 2018 05:51 PM (IST) Updated:Tue, 08 May 2018 04:22 PM (IST)
भारत-नेपाल और भूटान सीमा पार वाहन लेकर जाओ और पैसे कमाओ
भारत-नेपाल और भूटान सीमा पार वाहन लेकर जाओ और पैसे कमाओ

सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। वाहन लेकर सीमा पार जाओ और पैसा कमाओ पढ़कर कुछ अटपटा लग रहा होगा। जब आपको इसकी सच्चाई पता चलेगी तो आप भी आश्चर्यचकित रहे बिना नहीं रह सकते। दोनो देशों के बीच पेट्रोलियम पदार्थ के दामों में कमी के कारण यहां धड़ल्ले से इसकी तस्करी हो रही है। इसके लिए वाहनों का प्रयोग किया जा रहा है।

पूर्वोत्तर का प्रवेशद्वार उत्तर बंगाल। यह अंतरराष्ट्रीय और अंतरराज्यीय सीमाओं से घिरा हुआ है। इन दिनों देश में पेट्रोलियम पदार्थो के मूल्यों में लगातार वृद्धि हो रही है, जिससे आम जनता परेशान है। इसके ठीक उल्टा नेपाल और भूटान बोर्डर के लोगों के लिए यह वरदान साबित हो रहा है। जब-जब पेट्रोलियम पदार्थ का दाम बढ़ता है तब तक सीमावर्ती क्षेत्र के लोग खुश रहते है क्योंकि वे अपने जरुरत और दूसरे को बेचने के लिए भारतीय पेट्रोल पंप से नहीं बल्कि नेपाल और भूटान के पेट्रोल पंपों से लाते है। यहां खुलेआम सड़कों पर बोतलों में पेट्रोलियम पदार्थ बेचते देखा जा सकता है।

सीमा पार नेपाल और भूटान में भारतीय मुद्रा में पेट्रोल 10.62 रुपये और डीजल 14.20 रूपये सस्ता है। उत्तर बंगाल से लगी नेपाल और भूटान की सीमा जयगांव, चामुर्ची, खोरीबाड़ी, डांगूजोत, पानीटंकी, बतासी, नक्सलबाड़ी से प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में भारतीय क्षेत्र में नहीं के बरामद तेल भरवाकर वाहन लेकर नेपाल और भूटान पहुंचते है। वहां वाहन की टंकी फूल कराकर वापस लौटते है। लौटने के बाद तेल को बाहर निकाल फिर सीमा पार पहुंचते है। दिन भर में चार से पांच बार ऐसा करते है जिससे उनकी कमाई पांच सौ से एक हजार रुपये होता है।

कई ऐसे धंंधेबाज है जो सीमा पार से बड़ी मात्रा में पेट्रोलियम पदार्थ की तस्करी करने में लगे है। पड़ोसी राज्य असम और बिहार के तस्करों द्वारा भी इसका लाभ उठाया जा रहा है। शिक्षक अमर राय का कहना है कि जब नेपाल में पेट्रोल सत्ता मिल रहा है तो भारत में मंहगा क्यों डाले। जितनी दूर भारतीय पेट्रोल पंप तक जाना होगा उनता ही सीमा पार नेपाल में पेट्रोलपंप है। भारत नेपाल और भूटान की खुली सीमा और पारगमन संधि के कारण प्रशासनिक अधिकारी ऐसे वाहन को रोक भी नहीं पाते है।

लगातार हो रही तस्करी के कारण नेपाल में पेट्रोलियम पदार्थ पेट्रोल डीजल की मांग बढ़ गयी है इसका असर वहां के जन जीवन पर पड़ रहा है। भारतीय सीमावर्ती क्षेत्र की बात करें तो यहां के पेट्रोल पंपों में सन्नाटा है जबकि नेपाल के पेट्रोल पंप पर भारी भीड़ है।

नेपाल और भूटान के आयल निगम के अधिकारी भी मानते है कि दाम के अंतर से यहां 25 से 30 प्रतिशत पेट्रोल डीजल की मांग बढ़ी है। नेपाल में इन दिनों निजी वाहनों की हड़ताल चल रही है जिसके कारण ज्यादा असर नहीं दिख रहा है जब निजी वाहन के हड़ताल समाप्त हो जाएंगे तो यहां पेट्रोलियम पदार्थ का संकट गहराने लगेगा।

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