प्रवासी पक्षियों का आना हुआ प्रारंभ, पर्यटकों को करेगा आकर्षित

-पर्यटन मंत्री का दावा मुख्यमंत्री के निर्देश पर इसे बनाया जा रहा है आकर्षित जागरण संवाददाता

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Dec 2019 06:49 PM (IST) Updated:Mon, 02 Dec 2019 06:20 AM (IST)
प्रवासी पक्षियों का आना हुआ प्रारंभ, पर्यटकों को करेगा आकर्षित
प्रवासी पक्षियों का आना हुआ प्रारंभ, पर्यटकों को करेगा आकर्षित

-पर्यटन मंत्री का दावा मुख्यमंत्री के निर्देश पर इसे बनाया जा रहा है आकर्षित

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : प्रवासी पक्षियों के कलरव से चमकडांगी के निकट गाजलडुब्बा और फुलबाड़ी कैनाल गुलजार हो रहा है। नवंबर के अंतिम सप्ताह में ही यहां पर दक्षिण अफ्रीका, साइवेरियन सहित अन्य गर्म देशों से पक्षियों का आना प्रारंभ हो जाता है। डुवार्स के पर्यटन क्षेत्र के रुप में विकसित हो रहा यह स्थान रास्ते के बिल्कुल सटे रहने के कारण इधर से गुजरने वाले पक्षी प्रेमी कुछ देर के लिए रूककर पक्षियों का कलरव व अठखेलिया देखना नहीं भूलते। पर्यटन मंत्री गौतम देव ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर यहां पर्यटन केंद्र विकसित हो रहा है। पक्षियों का अवैध शिकार ना हो इसके लिए टास्क फोर्स भी तैयार किया गया है। पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करने वाली संस्था नैफ के सचिव शंकर मजुमदार का कहना है कि ये प्रवासी अपने देश के लिए निकल पड़ते हैं। उन्होंने बताया कि पिछले कई वर्षो से चकमडांगी, गाजलडोबा और फुलबाड़ी बैरेज के में प्रवासी पक्षियों का आगमन जारी है। आज से करीब दस वर्ष पहले तक बड़ी संख्या में यहां पक्षियों का आगमन होता था लेकिन इधर बीते कुछ वषरें से इसमें कमी आई है। पक्षियों के आगमन में कमी का कारण कुछ लोगों द्वारा उन्हें पकड़ने के उद्देश्य से अनाज के दाने में जहर मिलाकर पानी में फेंक देना बताया जाता है। जहर मिले अनाज पानी में फेंके जाने के बाद ये पक्षी इस अनाज को खाते ही बेहोश हो जाते हैं तब लोग इन्हें पकड़कर ले जाते हैं। इन सबके बावजूद प्रवासी पंक्षियों का हर वर्ष आगमन यहां जारी है। अगर सरकार खूबसूरती को बढ़ाने के लिए प्रयास हो रहा है इसपर तेजी से काम करना जरुरी है। पर्यटन विभाग और राज्य सरकार चाहे तो इसे पर्यटकों के लिए आकर्षित केंद्र बना रही है। यहां और सुविधाएं बढ़ानी होगी जिससे देश विदेश के पक्षियों का संरक्षण हो सके।

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