तृणमूल काग्रेस ने मनाया शहीद दिवस

राजनीति -जगह-जगह शहीदों को दी गई श्रद्धाजलि जनहित रक्षा का लिया संकल्प -ममता बनर्जी की पहली मेगा

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Jul 2020 07:12 PM (IST) Updated:Tue, 21 Jul 2020 07:12 PM (IST)
तृणमूल काग्रेस ने मनाया शहीद दिवस
तृणमूल काग्रेस ने मनाया शहीद दिवस

राजनीति

-जगह-जगह शहीदों को दी गई श्रद्धाजलि, जनहित रक्षा का लिया संकल्प

-ममता बनर्जी की पहली मेगा वर्चुअल रैली में सम्मिलित होने को हर बूथ पर उमड़े लोग जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : राज्य भर की भाति यहा भी दाíजलिंग जिला तृणमूल काग्रेस की ओर से शहीद दिवस (21 जुलाई) मनाया गया। इसके तहत, सेवक मोड़ के निकट स्थित, पार्टी जिला कार्यालय विधान भवन में तृणमूल नेता व कार्यकर्ता एकत्रित हुए व शहीदों को नमन किया। तृणमूल काग्रेस के वरिष्ठ नेता व राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव ने विधान भवन परिसर में तृणमूल काग्रेस का झडा फहराया। इसके साथ ही शहीद वेदी पर माल्यार्पण व पुष्पाजलि अíपत कर 21 जुलाई के शहीदों को श्रद्धाजलि दी। इस अवसर पर वक्ताओं ने शहीद दिवस के विविध पहलुओं को भी रेखाकित किया और सदैव जनहित रक्षा के लिए समíपत रहने का संकल्प लिया। इस उपलक्ष्य में तृणमूल काग्रेस के दाíजलिंग जिला अध्यक्ष रंजन सरकार, मदन भट्टाचार्य व अन्य कई उपस्थित रहे।

इस दिन डाबग्राम-फूलबाड़ी अंचल तृणमूल युवा काग्रेस की ओर से भी अध्यक्ष गौतम गोस्वामी के संयोजन में फूलबाड़ी स्थित पार्टी कार्यालय में शहीद दिवस मनाया गया। इसके अलावा इसी दिन तृणमूल काग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी की पहली मेगा वर्चुअल रैली में सम्मिलित हो कर उन्हें सुनने के लिए भी जगह-जगह बूथ कार्यालयों पर तृणमूल काग्रेस कार्यकर्ता व समर्थक उमड़े। अपनी नेत्री ममता बनर्जी को सुनने के लिए यहा पश्चिम बंगाल तृणमूल माध्यमिक शिक्षक समिति की सिलीगुड़ी संगठन जिला इकाई के संयोजन में सिलीगुड़ी के निकट शिवमंदिर स्थित सरोजिनी संघ में विशेष आयोजन किया गया था।

ममता बनर्जी की पहली मेगा वर्चुअल रैली में राज्य भर में लोग सम्मिलित हुए और उन्हें सुना। इस रैली में तृणमूल काग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने मुख्य वक्ता के रूप में लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि साप्रदायिक शक्तियों से होशियार रहें। उनके षड्यंत्रों से होशियार रहें। विभेद की राजनीति से बचें। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि वह कभी कामतापुरी-राजवंशी तो कभी आदिवासी-गैर आदिवासी, तो कभी हिंदू-मुस्लिम विभेद भड़काने में लगी रहती है। उससे होशियार रहें। अगले वर्ष 2021 में शहीद दिवस (21 जुलाई) को और भी भव्य रूप में मनाना है। उससे पहले मई 2021 (पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव) में भाजपा की जमानत जब्त करनी है। कोई बाहरी बंगाल को नहीं चलाएगा। बंगाल को बंगाल के लोग ही चलाएंगे। मैं किसी से डरती नहीं। जेल, गोली, बंदूक किसी से भी मुझे डर नहीं लगता। आप भी किसी से नहीं डरें और सर्वजनहित की रक्षा में सदैव समíपत रहें।

उल्लेखनीय है कि 21 जुलाई 1993 को जब ममता बनर्जी युवा काग्रेस की अध्यक्षा थीं, तब उन्होंने पश्चिम बंगाल की तत्कालीन माकपा नीत वाममोर्चा सरकार के विरुद्ध राइटर्स अभियान किया था। वाममोर्चा शासनकाल में राज्य में चुनावों में धाधली को रोकने के लिए, उन्होंने केवल मात्र मतदाता पहचान पत्र को ही वैध दस्तावेज निर्धारित किए जाने की माग की थी। उसी माग को लेकर राइटर्स अभियान हुआ था। उस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर फायरिंग की और उससे 13 लोगों की जान चली गई। उसी की याद में, ममता बनर्जी द्वारा हर साल 21 जुलाई को शहीद दिवस मनाया जाता है।

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