सिलीगुड़ी शहर में नए साल से चलेंगे चार पहिया ऑटो
सिलीगुड़ी शहर में अगले वर्ष में जनवरी से शहर में तीन की जगह चार पहिया ऑटो के संचालन की तैयारी चल रही है। पूरी जानकारी के लिए पढ़िए यह खबर।
सिलीगुड़ी [जागरण संवाददाता]। सिलीगुड़ी शहर में अब आपको नए साल से चार पहिया वाले ऑटो ही दिखेंगे। सिलीगुड़ी शहर में या यहां से विभिन्न जगहों के लिए आने-जाने वाले सिटी ऑटो चालकों की मनमानी को रोकने व प्रदूषण कम करने की यह कवायद स्टेट ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (एसटीए) ने शुरू कर दी है।
स्टेट ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी नॉर्थ बंगाल क्षेत्रीय कार्यालय सिलीगुड़ी से मिली जानकारी के अनुसार शहर में चलने वाले सिटी ऑटो की जगह अब चार पहिया वाले ऑटो चलाए जाएंगे। इसका परमिट पहले उन्हीं ऑटो मालिकों को दिया जाएगा, जिनके पास तिपहिया ऑटो है। एसटीए नॉर्थ बंगाल क्षेत्रीय कार्यालय के एसटीए बोर्ड के सदस्य मदन भट्टाचार्य ने बताया कि तिपहिया ऑटो की जगह इसे परिवर्तित किया जाएगा। यह प्रक्रिया अगले साल जनवरी से शुरू कर दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा ऑटो मालिकों के लिए आसानी से बैंक लोन व फाइनेंस करने की व्यवस्था की जाएगी। ऑटो मालिक ऑटो एजेंसी में अपने तिपहिया ऑटो को जमा कर देंगे। उसकी वर्तमान कीमत के बाद शेष राशि के लिए उन्हें फाइनेंस अथवा लोन की व्यवस्था करनी होगी। ऑटो मालिकों को फाइनेंस अथवा लोन के लिए भटकना न पड़े, इसके लिए एसटीए सहयोग करेगा। उन्होंने कहा कि तिपहिया ऑटो के हट जाने से शहर में प्रदूषण कम होगा, वहीं वे रूट के हिसाब से चलने लगेंगे। हर रूट के लिए अलग-अलग रंग तय किया जाएगा तथा रूट नंबर दिया जाएगा। इसके अलावा कुछ और नए रूट भी बढ़ाए जाएंगे। सालबाड़ी रूट पर ऑटो की संख्या काफी कम है, इस रूट पर ऑटो के परमिट दिए जाएंगे।
स्टेट ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी नॉर्थ बंगाल क्षेत्रीय कार्यालय सिलीगुड़ी से मिली जानकारी के अनुसार शहर में चलने वाले सिटी ऑटो की जगह अब चार पहिया वाले ऑटो चलाए जाएंगे। इसका परमिट पहले उन्हीं ऑटो मालिकों को दिया जाएगा, जिनके पास तिपहिया ऑटो है। एसटीए नॉर्थ बंगाल क्षेत्रीय कार्यालय के एसटीए बोर्ड के सदस्य मदन भट्टाचार्य ने बताया कि तिपहिया ऑटो की जगह इसे परिवर्तित किया जाएगा। यह प्रक्रिया अगले साल जनवरी से शुरू कर दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा ऑटो मालिकों के लिए आसानी से बैंक लोन व फाइनेंस करने की व्यवस्था की जाएगी। ऑटो मालिक ऑटो एजेंसी में अपने तिपहिया ऑटो को जमा कर देंगे। उसकी वर्तमान कीमत के बाद शेष राशि के लिए उन्हें फाइनेंस अथवा लोन की व्यवस्था करनी होगी। ऑटो मालिकों को फाइनेंस अथवा लोन के लिए भटकना न पड़े, इसके लिए एसटीए सहयोग करेगा। उन्होंने कहा कि तिपहिया ऑटो के हट जाने से शहर में प्रदूषण कम होगा, वहीं वे रूट के हिसाब से चलने लगेंगे। हर रूट के लिए अलग-अलग रंग तय किया जाएगा तथा रूट नंबर दिया जाएगा। इसके अलावा कुछ और नए रूट भी बढ़ाए जाएंगे। सालबाड़ी रूट पर ऑटो की संख्या काफी कम है, इस रूट पर ऑटो के परमिट दिए जाएंगे।