Dengue: बंगाल में डेंगू से 23 की मौत, 45 हजार चपेट में; हाईकोर्ट ने तलब की सरकार से रिपोर्ट

Death From Dengue. बैठक में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक पिछले 15 दिनों में मच्छर जनित बीमारी ने लगभग 22 हजार लोगों को अपनी चपेट में लिया है।

By Sachin MishraEdited By: Publish:Mon, 11 Nov 2019 05:48 PM (IST) Updated:Mon, 11 Nov 2019 05:48 PM (IST)
Dengue: बंगाल में डेंगू से 23 की मौत, 45 हजार चपेट में; हाईकोर्ट ने तलब की सरकार से रिपोर्ट
Dengue: बंगाल में डेंगू से 23 की मौत, 45 हजार चपेट में; हाईकोर्ट ने तलब की सरकार से रिपोर्ट

जागरण संवाददाता, कोलकाता।  Death From Dengue. महानगर व आस-पास के जिलों में डेंगू के बढ़ते प्रकोप पर राज्य स्वास्थ्य विभाग ने चिंता जाहिर की है। विभाग की मानें तो राज्य में डेंगू का प्रकोप दिन ब दिन बढ़ता ही जा रहा है। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से डेंगू पर समीक्षा बैठक बुलाई गई थी। बैठक में राज्य स्वास्थ्य विभाग के सचिव समेत सभी जिलों के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी उपस्थित थे।

बैठक में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक पिछले 15 दिनों में मच्छर जनित बीमारी ने लगभग 22 हजार लोगों को अपनी चपेट में लिया है। राज्य में फिलहाल 44 हजार 952 लोग मच्छर जनित बीमारी की चपेट में हैं। 15 दिन पहले पहले डेंगू मरीजों की संख्या तकरीबन 23 हजार थी। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग के अनुसार इस वर्ष डेंगू से राज्य में 23 लोगों की मौत हुई है। वहीं एक निजी संस्था द्वारा जारी आंकड़ों में इसकी संख्या 45 से अधिक बताई गई है। डेंगू के बढ़ते प्रकोप से चिंतित स्वास्थ्य विभाग ने संबंधित कर्मचारियों को डेंगू की रोकथाम के लिए तत्परता से काम करने का निर्देश दिया है।

इन इलाकों में ज्यादा प्रकोप

रिपोर्ट की माने तो महानगर के जादवपुर, संतोषपुर, पर्णश्री, पिकनिक गार्डेन, बेहला इलाके। उत्तर 24 परगना के बनगांव, गायघाटा, बैरकपुर, खड़दह, पलता, नैहाटी। दक्षिण 24 परगना के भांगड़, काकद्वीप, नामखाना, नोदाखाली, बासंती, नरेंद्रपुर। हावड़ा जिले के डोमजूड़ एवं हावड़ा शहर और हुगली के रिसड़ा, श्रीरामपुर, उत्तरपाड़ा आदि इलाके में डेंगू का प्रकोप ज्यादा है।

डेंगू के खिलाफ जागरूकता अभियान

डेंगू के प्रकोप को रोकने के लिए प्रभावित इलाके में राज्य सरकार की ओर से जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है, जिसके द्वारा लोगों को डेंगू से बचने के उपाय सुझाए जा रहे है। राज्य स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार डेंगू से बचाव के लिए सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल सबसे कारगर उपाय है। इसके अलावा लोगों को साफ-सफाई, घर व आस-पास पानी जमा नहीं होने देने, बुखार होने पर सरकारी अस्पताल में जाने जैसे सुझाव दिए गए हैं। उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह महानगर व आस-पास के क्षेत्रों में डेंगू से तीन लोगों की मौत हो गई थी। इनमें बागुईआटी की महिला पुलिस कांस्टेबल रानू विश्वास सरकार (28), नैहाटी नपा के वार्ड नंबर पांच के कृष्णागोपाल अधिकारी (27) और हावड़ा की केया गोस्वामी (26) डेंगू की बलि चढ़ गई थी। 

डेंगू पर राज्य सरकार से रिपोर्ट तलब

महानगर और उसके आसपास के जिलों में डेंगू फैलने का संज्ञान लेते हुए कलकत्ता हाईकोर्ट ने सोमवार को राज्य सरकार इस बीमारी पर नियंत्रण के लिए की गई कार्रवाई पर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया। मुख्य न्यायाधीश टीबीएन राधाकृष्णन और न्यायमूर्ति अरिजीत बनर्जी की पीठ ने राज्य सरकार को डेंगू फैलने एवं उस पर रोकने के लिए की गई कार्रवाई पर 22 नवंबर तक रिपोर्ट मांगी है। इस मामले में अब 22 नवंबर को सुनवाई होगी। दरअसल, वकील विकास रंजन भट्टाचार्य और रविशंकर चटर्जी ने सोमवार को अलग-अलग याचिकाएं दायर करते हुए कहा था कि इस साल राज्य में यह बीमारी तेजी से फैल रही है, 40 से अधिक मौतें हो चुकी हैं।

याचिका में कहा गया कि करीब 45000 लोग उसकी चपेट में आ चुके हैं तथा ज्यादातर मामले दुर्गा पूजा के बाद आए हैं। उन्होंने दावा किया कि हाईकोर्ट ने 2017 में राज्य सरकार और कोलकाता नगर निगम को निर्देश दिया था कि हर साल खासकर मानसून और उसके बाद फैलने वाली इस बीमारी के रोकथाम के लिए उचित कदम उठाए। उन्होंने दावा किया कि मच्छर जनित इस बीमारी पर काबू पाने के प्रति प्रशासन का रवैया ढुलमुल रहा है।

उक्त दलीलें सुनने के बाद प्रधान न्यायाधीश की खंडपीठ ने राज्य में तेजी से पैर पसार रहे डेंगू रोकथाम के लिए सरकार की ओर से क्या कदम उठाएं गए हैं? राज्य में डेंगू से मरने वालों की संख्या कितनी है? वर्तमान में राज्य में डेंगू के मरीजों की कुल संख्या कितनी है? इसकी विस्तृत रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया।

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