अब निजी अस्पतालों में हो सकेगी कोरोना वायरस की जांच

-आनंदलोक सोनोस्कैन सेंटर को आइसीएमआर ने दी अनुमति -दस से 15 दिनों में जांच सुविधा शुरू होने की संभ

By JagranEdited By: Publish:Wed, 03 Jun 2020 10:08 PM (IST) Updated:Thu, 04 Jun 2020 06:17 AM (IST)
अब निजी अस्पतालों में हो सकेगी कोरोना वायरस की जांच
अब निजी अस्पतालों में हो सकेगी कोरोना वायरस की जांच

-आनंदलोक सोनोस्कैन सेंटर को आइसीएमआर ने दी अनुमति

-दस से 15 दिनों में जांच सुविधा शुरू होने की संभावना

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी: कोरोना वायरस महामारी के बीच मरीजों की जाच रिपोर्ट देर से मिलने की शिकायतों के बीच सिलीगुड़ी में कोरोना वायरस जाच की सुविधा उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के अलावा प्राइवेट सेंटर में भी शुरू करने की अनुमति इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) द्वारा प्रदान की गई है। कोरोना वायरस सैंपल की जाच की अनुमति सिलीगुड़ी के आनंदलोक सोनोस्कैन स्कैन सेंटर प्राइवेट लिमिटेड को आईसीएमआर द्वारा दी गई। मिली जानकारी के अनुसार उत्तर बंगाल के किसी प्राइवेट सेंटर को पहली बार कोरोना वायरस की जाच के लिए भारत सरकार स्वास्थ्य मंत्रालय के आईसीएमआर द्वारा दी गई है। बताया गया कि ट्रूनटनामक मशीन से कोविड-19 का टेस्ट किया जाएगा। ट्रूनट सिस्टम से टेस्ट दो स्टेप में किया जाता है। फ‌र्स्ट स्टेप को ई जेन कहा जाता है। इसमें सैंपल की स्क्रीनिंग होती है। बताया गया कि प्रथम चरण यानी ईजेन की जाच रिपोर्ट निगेटिव आती है तो स्टेप 2 यानी द्वतीय चरण के जाच की जरूरत नहीं होगी। वहीं ईजेन की जाच रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो दूसरे चरण यानी स्टेप दो जाच की जरूरत होगी। स्टेप दो के अंतर्गत ट्रूनट मशीन में ही आरपीआरडी की जाच कर पुख्ता करना होता है। आरपीआरडी यानी स्टेप दो की जाच रिपोर्ट भी पॉजिटिव आती है तो मरीज को कोरोना वायरस से संक्रमित मान लिया जाता है। स्टेप दो की जाच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद की कोविड 19 जाच के अन्य तकनीकी आरटीपीसीआर की जरूरत नहीं पड़ेगी। आईसीएमआर द्वारा गाइडलाइन के अनुसार ट्रूनट सिस्टम से किए गए जाच की नेगेटिव व पॉजिटिव दोनों रिपोर्ट आईसीएमआर को भेजना होता है। इस बारे में आनंदलोक सोनोस्कैन सेंटर प्राइवेट लिमिटेड के डॉक्टर अनुपम प्रमाणिक ने बताया कि यहां मोलकूलर बायोलॉजी लैबोरेट्री तीन सालों से चल रहा है। एमइडीएल से 4 साल पहले मान्यता मिली है। उन्होंने बताया कि यहां पर कोविड-19टेस्ट के लिए पिछले एक महीने से इंस्पेक्शन चल रहा था। दो बार ए एमइडीएल द्वारा तथा एक बार आईसीएमआर की टीम यहा की दौरा कर चुकी है। विजिट करने के दौरान यहा का इंफ्रास्ट्रक्चर देखकर आईसीएमआर द्वारा कोविड-19 टेस्ट के लिए अनुमति प्रदान की गई है। जल्द ही टेस्ट किट का ऑर्डर दिया जाएगा। सरकारी गाइडलाइन के अनुसार टेस्ट किट मिलेगी। उन्होंने उम्मीद व्यक्त किया कि 10 से 15 दिन के अंदर जाच सुविधा शुरू हो जाएगी।

किस मरीज को मिलेगी वरीयता

डॉक्टर प्रमाणिक ने कहा कि एक दिन में 10 से 20 सैंपल की जाच करने का लक्ष्य रखा गया है। ऐसे मरीजों की जाच की जाएगी जिनका कोविड-19 जाच के लिए ऑपरेशन रुका हुआ है या गंभीर रूप से बीमार हैं। उनका इलाज नहीं हो पा रहा है। ऐसे मरीजों को पहले वरीयता दी जाएगी। उन्होंने बताया कि सुबह सैंपल लिया जाता है तो शाम तक जाच रिपोर्ट दे दी जाएगी।

chat bot
आपका साथी