नेपाली समुदाय की फूलपाती शोभायात्रा मंगलवार को, समृद्ध गोरखा संस्कृति की दिखेगी झलक
नेपाली समुदाय द्वारा फूलपाती शोभायात्रा मंगलवार को निकाली जाएगी। इसमें समृद्ध गोरखा संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी।
सिलीगुड़ी [जागरण संवाददाता]। नेपाली समुदाय महासप्तमी के मौके पर मंगलबार को फूलपाती शोभायात्रा निकालेगा, जिसकी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। इसको लेकर पुलिस प्रशासन भी तैयारी में है। पुलिस आयुक्त भरत मीणा ने दोनों जोन के डीसीपी को सभी प्रकार की सुरक्षा मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं। इसमें नेपाली समुदाय से जुड़े दर्जनों संगठनो के प्रतिनिधि गाजे-बाजे के साथ अपनी परंपरागत पोशाक में होंगे। इस मौके पर शोभायात्रा में सभी गोरखा खुकरी साथ लेकर चलते हैं।
भानुभक्त समिति इस कार्य में विशेष योगदान दे रही है। फूलपाती को डोली में बैठाकर नगर परिक्रमा कराई जाएगी। डोली में मां भगवती को आह्वान करते हुए उन्हें डोली में बैठाया जाता है। मां को नगर भ्रमण कराया जाता है। मां के सभी रूपों में छोटी बच्ची सजी होती है। मां को मनाने के लिए सभी प्रकार के मनुहार किए जाते हैं। नेपाली समुदाय के लिए फूलपाती और दशमी का विशेष महत्त्व है।
इसका प्रमुख उद्देश्य ईश्वर से इस बात की प्रार्थना करनी है कि चारों ओर धन-धान्य की वर्षा हो। भानुभक्त समिति के सदस्य इस कार्य में तेजी से लगे हुए हैं। उनका कहना है कि नवरात्र के पहले दिन से देवी दुर्गा की आराधना शुरू हो जाती है। इस दिन मिट्टी के बर्तन में धान, मकई इत्यादि को उगाया जाता है, फिर सप्तमी के दिन इसी को डोली में लेकर नगर परिक्रमा कराई जाती है। प्रधान नगर से हाशमी चौक तक आएगी। समिति की ओर से कृष्ण लामा ने बताया कि शोभायात्रा रवि रत्न ढुंगा स्कूल से शुरू होकर हिलकार्ट रोड, वेनस मोड़, गुरुंग नगर की परिक्रमा करते हुए निकलेगी। इसमें कई प्रकार की झांकियां सजी होंगी। सद्भावना और एकता को मजबूती देने के लिए इसमे मंत्री समेत विभिन्न पार्टियों के संगठनों के प्रतिनिधि विभिन्न स्थानों पर शोभायात्रा का स्वागत किया जाएगा। इस अवसर पर पेयजल व सुरक्षा इत्यादि की विशेष रहेगी।
भानुभक्त समिति इस कार्य में विशेष योगदान दे रही है। फूलपाती को डोली में बैठाकर नगर परिक्रमा कराई जाएगी। डोली में मां भगवती को आह्वान करते हुए उन्हें डोली में बैठाया जाता है। मां को नगर भ्रमण कराया जाता है। मां के सभी रूपों में छोटी बच्ची सजी होती है। मां को मनाने के लिए सभी प्रकार के मनुहार किए जाते हैं। नेपाली समुदाय के लिए फूलपाती और दशमी का विशेष महत्त्व है।
इसका प्रमुख उद्देश्य ईश्वर से इस बात की प्रार्थना करनी है कि चारों ओर धन-धान्य की वर्षा हो। भानुभक्त समिति के सदस्य इस कार्य में तेजी से लगे हुए हैं। उनका कहना है कि नवरात्र के पहले दिन से देवी दुर्गा की आराधना शुरू हो जाती है। इस दिन मिट्टी के बर्तन में धान, मकई इत्यादि को उगाया जाता है, फिर सप्तमी के दिन इसी को डोली में लेकर नगर परिक्रमा कराई जाती है। प्रधान नगर से हाशमी चौक तक आएगी। समिति की ओर से कृष्ण लामा ने बताया कि शोभायात्रा रवि रत्न ढुंगा स्कूल से शुरू होकर हिलकार्ट रोड, वेनस मोड़, गुरुंग नगर की परिक्रमा करते हुए निकलेगी। इसमें कई प्रकार की झांकियां सजी होंगी। सद्भावना और एकता को मजबूती देने के लिए इसमे मंत्री समेत विभिन्न पार्टियों के संगठनों के प्रतिनिधि विभिन्न स्थानों पर शोभायात्रा का स्वागत किया जाएगा। इस अवसर पर पेयजल व सुरक्षा इत्यादि की विशेष रहेगी।