सिक्किम में ट्राउट और कार्प मछली पालन योजना लागू

-इस योजना के तहत दो किस्तों में दिए जाएंगे 1.2 लाख रुपये के ऋण -इस यो

By JagranEdited By: Publish:Mon, 13 Jan 2020 08:46 PM (IST) Updated:Mon, 13 Jan 2020 08:46 PM (IST)
सिक्किम में ट्राउट और कार्प मछली पालन योजना लागू
सिक्किम में ट्राउट और कार्प मछली पालन योजना लागू

कैचवर्ड : रोजगार

-इस योजना के तहत दो किस्तों में दिए जाएंगे 1.2 लाख रुपये के ऋण

-इस योजना से मत्स्य पालन को मिलेगा बढ़ावा

जागरण संवाददाता, गंगटोक : राज्य के अति ऊंचाई वाले स्थानों पर पाई जाने वाले ट्राउट एवं कार्प प्रजाति की मछली पालन के लिए राज्य सरकार ने विशेष योजना आरंभ कर दी है।

ताकि ग्रामीणों को मत्स्य पालन के जरिए जीविकोपार्जन का साधन मिल सके। इस उद्देश्य को व्यवहारिक रूप में क्रियान्वयन करने के लिए सोमवार को दक्षिण सिक्किम नामची स्थित जिला प्रशासन केंद्र के सभागार में मत्स पालन निदेशालय द्वारा दो दिवसीय क्षमता विकास प्रशिक्षण दी है। जिसमें 32 लाभार्थियों शामिल था। उक्त प्रशिक्षण को हैदराबाद स्थित नेशनल मत्स्य पालन विकास बोर्ड की ओर से प्रायोजित की गई थी। उक्त प्रशिक्षण समापन के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए मत्स्य पालन निदेशालय के संयुक्त निदेशक सीएस राई ने राज्य में मछली बिक्री का बाजार होने के बावजूद व्यवसायिक तौर पर उत्पादन नहीं कर पाने तथा इस माग के मद्देनजर ग्रामीणों को प्रशिक्षण के साथ अन्य को मदद देने की जानकारी दी। जिसके तहत मत्स्य पालन के लिए तालाब निर्माण, ट्राउट व कार्प प्रजाति के मछली के बच्चा स्थानांतरित करने व बाजार की व्यवस्था कराने की जानकारी दी। उन्होंने भविष्य में उक्त प्रजाति के मछली उत्पादन बढ़ाने तथा बतौर व्यवसाय के रूप में अपनाने के लिए ग्रामीण को प्रोत्साहन करने की योजना क्रियान्वयन करने की जानकारी दी। इस अवसर पर प्रशिक्षक युवराज शर्मा ने निदेशालय द्वारा तालाब निर्माण के लिए 17 मीटर की लंबाई व 2 मीटर चौड़ाई के कुएं के निर्माण करने के लिए आर्थिक मदद देने की योजना का प्रावधान होने की जानकारी दी। इस तालाब निर्माण के लिए दो किस्त में कुल 1.2 लाख रूप में निर्व्याजी ऋण दी जाएगी। हालाकि इस क्रम में कुल 2000 रेंवो ट्राउट प्रजाति की मछली के अंडे व 3000 कार्प मछली के अंडे इस दौरान तैयार करने होंगे। इस अवसर पर निदेशालय के उप-निदेशक आरपी सुब्बा व अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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