चौतरफा विरोध झेल रहे आर मोक्तान ने माफी मांगी

संवादसूत्र,कालिम्पोंग :मारवाड़ी व बंगाली समुदाय के विरूद्ध विवादित बयान देने पर चौतरफा विरोध के बाद ग

By Edited By: Publish:Wed, 31 Aug 2016 08:21 PM (IST) Updated:Wed, 31 Aug 2016 08:21 PM (IST)
चौतरफा विरोध झेल रहे आर मोक्तान ने माफी मांगी

संवादसूत्र,कालिम्पोंग :मारवाड़ी व बंगाली समुदाय के विरूद्ध विवादित बयान देने पर चौतरफा विरोध के बाद गोजमुमो प्रवक्ता आर मोक्तान ने सभी नाराज समुदायों से माफी मांग ली। ज्ञात हो कि कर्सियाग की जनसभा के दौरान मोक्तान ने बंगाली व मारवाड़ी समुदाय को पहाड़ से खदेड़ने की अमर्यादित टिप्पणी की थी। कालिम्पोंग स्थित पार्टी कार्यालय पहुंचे आर मोक्तान ने पत्रकार वार्ता कर अपने बयान पर खेद प्रकट करते हुए कहा कि यदि मेरे बयान से किसी समुदाय विशेष के स्वाभिमान व आत्म सम्मान को ठेंस पहुंची हो तो वे प्रभावित समुदाय से माफी मांगते हैं। बयान पर स्पष्टीकरण देते हुए मोक्तान ने कहा कि बंगाल सरकार के पीडब्लूडी मंत्री अरूप बिस्वास द्वारा विमल गुरूंग को पहाड़ से खदेड़ने की बात कही थी जिसकी प्रतिक्रिया स्वरूप ही उन्हे ऐसा कहना पड़ा था। मंत्री के बयान को स्वीकार्य ना बताते हुए मोक्तान ने कहा कि गैर नेपाली द्वारा ऐसा बयान देना उचित नही था। मोर्चा प्रवक्ता ने कहा कि गुरूंग हमारे नेता हैं तथा जीटीए के मुख्य कार्यपाल हैं तथा उनकी मर्यादा का मंत्री को बयान देते समय ध्यान रखना चाहिए था। मोक्तान ने इस मौके पर तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि मेरे बयान को लेकर तृकां ने दुष्प्रचार किया। उन्होंने कहा कि वह स्वयं आपसी सद्भाव को बरकरार रखने के समर्थक हैं तथा दावा किया कि गोरखालैंड राज्य के गठन पर भी पहाड़ पर सभी समुदाय शांति पूर्वक रहेंगे।

इससे पहले मोर्चा प्रवक्ता आर मोक्तान के बयान पर विरोध जताते हुए भोजपुरी युवा मंच ने इस बयान से समाज में दरार पड़ने तथा समुदाय को आघात पहुंचने की बात कही। पत्रकार सम्मेलन आयोजित कर भोजपुरी युवा मंच के अध्यक्ष ललित शर्मा ने मोक्तान से तीन दिनों के भीतर माफी ना मांगने पर मोर्चा नेता के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराने की चेतावनी दी थी। इस मौके पर मंच के प्रचार-प्रसार सचिव दिनेश प्रसाद ने कहा की आर. मोक्तान के बयान के कारण सैकड़ों वर्षो से पहाड़ पर रह रहे भोजपुरी समाज के लोगों के अंदर असुरक्षा की भावना पैदा हुई है जो आपसी सौहार्द तथा भाईचारे के लिए उचित नही है। प्रसाद ने कहा कि भोजपुरी समुदाय हमेशा से पहाड़ के लोगों के साथ मिल कर रहा है तथा गोरखालैंड आंदोलन के दौरान समाज ने कंधे से कंधा मिलाकर गोरखा जाति के लोगों का साथ दिया था। मंच ने नेताओं को जाति व समुदाय से ऊपर उठकर राजनीति करने का सुझाव भी दिया।

वहीं कर्सियांग संवाददाता के अनुसार कर्सियांग के मारवाड़ी संगठन के अध्यक्ष पीसी अग्रवाल ने गोजमुमो नेता आर. मोक्तान की तुरंत गिऱफ्तारी की मांग की है। अग्रवाल ने कहा कि बात मात्र दो समुदायों की नही है बल्कि इस बयान से दार्जिलिंग में रहने वाले तिब्बती,भूटिया,शेरपा,बिहारी तथा मुस्लिम समुदाय में भी असुरक्षा की भावना पैदा होगी। उन्होने कहा कि पहाड़ पर रहने वाले सभी समुदाय के लोगों तथा गोरखा समुदाय के बीच अच्छे रिश्ते हैं तथा सभी आपसी सौहार्द व शांति के साथ रहते हैं। किंतु नेताओं के इस प्रकार के अशोभनीय बयानों से समाज के समुदायों के बीच असुरक्षा तथा हीन भावना जन्म लेती है। अग्रवाल ने नेताओं को ऐसे बयान देने से परहेज करने का सुझाव भी दिया। मारवाड़ी समुदाय के अध्यक्ष ने अल्पयंख्यक समुदाय के लोगों से आर मोक्तान के बयान का विरोध करने की अपील के साथ ही गोजमुमो शीर्ष नेतृत्व ये मोक्तान के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है।

फोटो कैप्शन : आर मोक्तान फाइल फोटो

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