एसएसबी डीजी का तीन दिवसीय दौरा 28 से

-भारत नेपाल और भूटान सीमा की करेंगी दौरा -आवास समस्या के समाधान की ओर बढ़ रही एसएसबी जागरण संव

By Edited By: Publish:Fri, 24 Jun 2016 09:00 PM (IST) Updated:Fri, 24 Jun 2016 09:00 PM (IST)
एसएसबी डीजी का तीन दिवसीय दौरा 28 से

-भारत नेपाल और भूटान सीमा की करेंगी दौरा

-आवास समस्या के समाधान की ओर बढ़ रही एसएसबी

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की पहली महिला महानिदेशक अर्चना रामासुंदरम (भापुसे) 28 जून से भारत नेपाल और भूटान सीमांत के दौरे पर आ रही है। डीजी के दौरे को लेकर एसएसबी की ओर से तैयारियां जोरों पर की जा रही है। पदस्थापना के बाद पहली बार वह इस सीमावर्ती क्षेत्र के दौरे पर आ रहीं है। पश्चिम बंगाल सशस्त्र सीमा बल मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार एसएसबी महानिदेशक मंगलवार 28 जून को दिन के डेढ़ बजे हवाई मार्ग से बागडोगरा एयरपोर्ट पहुंचेंगी। वहां से सड़क मार्ग से वह पश्चिम बंगाल एसएसबी मुख्यालय रानीडांगा पहुंचेगी। रानीडांगा में उन्हें गार्ड ऑफ आर्नर दिया जाएगा। शाम पांच बजे तीस्ता स्टेडियम में वह कृत्रिम अंग वितरण समारोह में भाग लेंगी। यहीं वह मीडिया से भी एसएसबी की वर्तमान व भविष्य की योजनाओं पर बात करेंगी। शाम को वह संदीक्षा के सदस्यों और पदाधिकारियों से मुलाकात करेंगी। दूसरे दिन सुबह आठ बजे 46 वीं बटालियन मालबाजार पहुंचेगी। वहां से वह बीओपी कालापानी का दौरा करेंगी। वहां बीओपी बिल्डिंग का उद्घाटन के साथ स्थानीय लोगों से मिलकर वहां पौधरोपण करेंगी। इसके बाद वह भूटान सीमा स्थित जयगांव पहुंचेंगी। वहां वह बीओपी जवानों और अधिकारियों से बातचीत करेंगी। यहां भूटानी अधिकारियों का दल, स्थानीय पुलिस व स्वयं सेवी संगठनों के साथ पत्रकारों से बात करेंगी। इसके बाद वह जलपाइगुड़ी सेक्टर मुख्यालय पहुंचेगी। वहां अधिकारियों के साथ बातचीत कर वहां से रानीडांगा लौट आएंगी। गुरुवार को डीजी भारत नेपाल सीमांत पानीटंकी स्थित 41 वीं बटालियन पहुंचेंगी। वहां एसएसबी अधिकारियों और स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों से बातचीत करेंगी। वहां से दोपहर बागडोगरा हवाई अड्डे दिल्ली रवाना हो जाएंगी।

इंसेट

1980 बैंच की है आइपीएस

अर्चना रामासुंदरम पैरामिलिट्री फोर्स की पहला महिला चीफ बनी है। वह तमिलनाडु कैडर की अधिकारी है। एसएसबी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अर्चना रामासुंदरम के निर्देश पर बॉर्डर पर तैनात जवानों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस दौरान उन्हें तनाव कम करने के तरीके भी बताएं जाएंगे। लगातार चौकसी के दौरान असमाजिक तत्वों की जानकारियों के लिए उन्हें क्या करना है इसकी जानकारी दी जाएगी। सशस्त्र सीमा बल में पांच से छह प्रतिशत महिलाओं की संख्या बढ़ाई जाएगी। सीमा के महत्वपूर्ण चौंकियों पर नियुक्ति की जाएगी। सीमा की चौंकियों को आधुनिक संसाधनों से लैस किया जाएगा। सूत्रों की माने तो सीमांत भूटान व नेपाल की सीमा चौंकियों को अत्याधुनिक संसाधनों से लैस किए जाने के लिए गृह विभाग ने छह करोड़ रुपये के बजट को स्वीकृति प्रदान की है। सीसीटीवी कैमरे भी खरीदे जाएंगे। जवानों के आवास की समस्या को भी दूर किया जाएगा।

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