दार्जिलिंग जिले में चार नई पनबिजली परियोजना को मंजूरी

By Edited By: Publish:Tue, 02 Sep 2014 09:27 PM (IST) Updated:Tue, 02 Sep 2014 09:27 PM (IST)
दार्जिलिंग जिले में चार नई पनबिजली परियोजना को मंजूरी

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी :

पश्चिम बंगाल राज्य सरकार की काबीना ने दार्जिलिंग जिले में कुल 293 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता की चार और नई पनबिजली परियोजनाओं को मंजूरी दी है।

जानकारी के अनुसार इसके तहत 84 मेगावाट की तीस्ता इंटरमीडिएट एचई (हाइड्रो इलेक्ट्रिक) परियोजना, 81 मेगावाट की तीस्ता लो डैम प्रथम एवं द्वितीय एचई परियोजना, 48 मेगावाट की रम्मम एचई परियोजना (प्रथम-चरण) और 80 मेगावाट की तीस्ता लो डैम-पंचम एचई परियोजना अस्तित्व में आएंगी। ये परियोजनाएं नेशनल हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कॉर्पोरेशन (एनएचपीसी) लिमिटेड को आवंटित की गई हैं।

इसे लेकर मंगलवार को कालिम्पोंग में हुई बैठक में राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यहां पनबिजली उत्पादन विकास की दिशा में एनएचपीसी द्वारा किए जा रहे कार्यो की प्रशंसा की। उन्होंने एनएचपीसी के अधिकारियों से आवंटित परियोजनाओं को ससमय पूरा करने को कहा। इसके साथ ही उन्हें राज्य सरकार की ओर से हरसंभव सहयोग का आश्वासन भी दिया। इस अवसर पर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए एनएचपीसी के निदेशक (परियोजना) जेके शर्मा ने राज्य सरकार एवं वेस्ट बंगाल स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रिब्यूशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यहां नई आवंटित परियोजनाओं को केंद्र व राज्य सरकार के पर्यावरण, वन, निवेश आदि संबंधित प्राधिकरण से अनापत्ति मिलते ही एनएचपीसी पूरी मेहनत व लगन से इन्हें समय पूरा करने को कटिबद्ध है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इन परियोजनाओं के पूरा होते ही पश्चिम बंगाल विशेष कर उत्तर बंगाल में बिजली का दृश्य ही अलग होगा। यह पूरे क्षेत्र के आर्थिक व चहुंमुखी विकास में क्रांतिकारी परिवर्तन लाएगा। इस मौके पर एनएचपीसी के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को शॉल ओढ़ा कर व गुलदस्ता पेश कर उनका अभिनंदन भी किया। इस अवसर पर एनएचपीसी के सिलीगुड़ी क्षेत्र के कार्यकारी निदेशक एसआर रॉय, तीस्ता लो डैम प्रोजेक्ट (चतुर्थ) के महाप्रबंधक रविशंकर व एनएचपीसी के अन्य कई वरीय अधिकारी मौजूद थे।

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