धूमधाम से मनाई गई स्वामी विवेकानंद की जयंती

श्रद्धासुमन - स्वामी जी की 158वीं जयंती पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन - विभिन्न स्कूलों

By JagranEdited By: Publish:Sun, 12 Jan 2020 07:25 PM (IST) Updated:Mon, 13 Jan 2020 06:19 AM (IST)
धूमधाम से मनाई गई स्वामी विवेकानंद की जयंती
धूमधाम से मनाई गई स्वामी विवेकानंद की जयंती

: श्रद्धासुमन ::

- स्वामी जी की 158वीं जयंती पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन

- विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं को लेकर शहर में निकाली गई शोभायात्रा

- जिलों के स्कूल, कालेजों व अन्य सरकारी संस्थानों में रहीं छुट्टी

जेएनएन, दिनहाटा/माथाभांगा/उत्तर दिनाजपुर/रायगंज/चेंगड़ाबांधा : स्वामी विवेकानंद की 158 वीं जयंती पर रविवार को उत्तर बंगाल के विभिन्न जिलों में उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। हिदू साधु-संतों, शंकराचार्य, राजनीतिक क्षेत्र के लोगों आदि ने स्वामी जी को श्रद्धाजलि अर्पित की। देशभर में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में उनकी जयंती का पालन किया गया। इस दिन भर जुलूस, प्रार्थना सभा, युवा सम्मेलन, सेमिनार, योग, खेल और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। इस अवसर पर विभिन्न मठों में विशेष उत्सव का आयोजन किया गया। यहां पौराणिक बांग्ला पद्धतियों से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। जहां पर हिदू धर्म के ख्यातिप्राप्त लोग इकट्ठा हुए और विशेष प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया। सुबह से देर शाम तक यहां लोगों का तांता लगा रहा। जिलों में विभिन्न संगठनों की ओर से सुबह से देर रात तक धार्मिक कार्यक्रम व प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। सैकड़ों की संख्या में लोगों ने यहां आकर स्वामी जी को श्रद्धासुमन अर्पित किया।

इधर, जयंती पर जिलों के सभी स्कूल, कालेजों व अन्य सरकारी संस्थानों में रविवार होने के कारण छुट्टी रहीं। लगभग सभी स्कूलों के बच्चों ने स्वामी जी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए आयोजित शांति जुलूस में हिस्सा लिया। विभिन्न क्लबों व सामाजिक संस्थाओं की ओर से भी जयंती का धूमधाम से पालन किया गया। मालदा, कूचबिहार, दिनहाटा, माथाभांगा, घोक्साडांगा में स्वामी विवेकानंद की जयंती पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

स्वामी विवेकानंद जन्म वार्षिकी के अवसर पर युवा कल्याण और खेल दफ्तर के तत्वाधान में एवं इस्लामपुर नगरपालिका के सहयोग से विवेक चेतना उत्सव का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विभिन्न तरह के कार्यक्रम किए गए। जिसमें स्कूली छात्र छात्राओं को लेकर इस्लामपुर हाई स्कूल से अस्पताल पारा होते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग 31 होते हुए बस टर्मिनल तक शोभायात्रा निकाली गई। इस शोभायात्रा में इस्लामपुर नगरपालिका के चेयरमैन कन्हैया लाल अग्रवाल और इस्लामपुर तृणमूल काग्रेस के टाउन सभापति गंगेश दे सरकार एवं नगरपालिका के अधिकाश पार्षद और विभिन्न दफ्तर के पदाधिकारी और कर्मियों ने हिस्सा लिया । इस्लामपुर बस स्टैंड नियर में स्वामी विवेकानंद की मूर्ति पर सभी ने माल्यदान किया। दूसरी ओर इस्लामपुर बस टर्मिनल परिसर में मूल समारोह का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन दीप जलाकर नगर पालिका के चेयरमैन कन्हैया लाल अग्रवाल ने किया। इस मौके पर भी उपरोक्त सभी गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे । विवेक उत्सव के मौके पर कला प्रतियोगिता एवं अंकन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसके अलावा इस्लामपुर हाई स्कूल मैदान में एक फुटबॉल खेल का आयोजन किया गया।

स्वामी विवेकानंद की 158 वीं जयंती के उपलक्ष्य में रायगंज नपा के तत्वावधान में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। रविवार सवेरे देवी नगर इलाके से शोभा यात्रा निकाली गयी। जिसमें 50 बच्चे विवेकानंद की भंगिमा में शामिल थे। शहर के सभी स्कूलों के छात्र छात्राएं व शहर के विवेक प्रेमी सुधी गण, नपा अध्यक्ष संदीप विश्वास, उपाध्यक्ष अरिंदम सरकार समेत नपा के पार्षद इस शोभा यात्रा में साथ साथ चले।

चेंगड़ाबांधा संवाददाता के अनुसार मेखलीगंज ब्लॉक में रविवार को विभिन्न जगहों स्वामी विवेकानंद की जयंती मनाई गई। इस उपलक्ष्य में मेखलीगंज रामकृष्ण मैदान से एक शोभायात्रा निकाली गई।

दिनहाटा में भी विभिन्न कार्यक्रमों के बीच स्वामी विवेकानंद की जयंती मनाई गई। रविवार को दिनहाटा के विभिन्न स्कूलों एवं संगठन की ओर से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

माथाभांगा में पश्चिम बंग क्रीड़ा व युवा कल्याण विभाग के सहयोग व माथाभांगा नगरपालिका के प्रयास से स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर रविवार को माथाभांगा मालिबागान पार्क में विवेक चेतना उत्सव का शुभारंभ हुआ। इस उद्घाटन पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के मंत्री विनय कृष्ण बर्मन ने किया। विवेक चेतना उत्सव के अवसर पर स्कूली छात्र-छात्राओं को लेकर एक शोभायात्रा निकाली गई। उल्लेखनीय है कि 1893 ई में अमेरिका के शिकागो में आयोजित विश्व धर्म सम्मेलन में स्वामी जी ने अपने विचारों से दुनिया को प्रभावित किया था। विवेकानंद का जन्म कोलकाता में हुआ था और वे 19वीं सदी के महान रहस्यवादी संत रामकृष्ण परमहंस के प्रमुख शिष्य थे।

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