62 वर्षीय वृद्ध महिला ने दिया बच्चे को जन्म

-शिशु में रक्त प्रवाह कम होने के कारण नहीं बचाया जा सका संवाद सूत्रकूचबिहार कूचबिहार

By JagranEdited By: Publish:Wed, 26 Feb 2020 05:04 PM (IST) Updated:Wed, 26 Feb 2020 05:04 PM (IST)
62 वर्षीय वृद्ध महिला ने दिया बच्चे को जन्म
62 वर्षीय वृद्ध महिला ने दिया बच्चे को जन्म

-शिशु में रक्त प्रवाह कम होने के कारण नहीं बचाया जा सका

संवाद सूत्र,कूचबिहार : कूचबिहार के एक प्राइवेट अस्पताल में 62 साल की वृद्ध महिला संध्या देवी ने बुधवार को एक पुत्र संतान को जन्म दिया। लेकिन नवजात में रक्त प्रवाह कम होने के कारण उसे बचाया नहीं जा सकता। चिकित्सकों ने बताया कि इस उम्र में प्रसव कराने का मामला दुर्लभ है। फिर भी संध्या देवी ने बच्चे को जन्म दिया। वृद्ध महिला बच्चे को जन्म देने के बाद स्वस्थ्य है।

संध्या देवी के पति सुभाष चंद्र बसाक ने बताया कि नि:संतान होने के कारण हमें बच्चे की कामना था। चिकित्सक की सलाह पर हमने आधुनिक पद्धति से बच्चा लेने के लिए प्रयास किया था। मंगलवार को मेरी पत्‍‌नी को प्रसव पीड़ा हुआ था। बुधवार को मेरी पत्‍‌नी ने एक पुत्र संतान को जन्म दिया। बतादें कि वृद्ध दंपती कूचबिहार के राम कृष्ण सरणी के निवासी है। संध्या देवी पीडब्ल्यूडी विभाग में काम करती है। वहीं सुभाष चंद्र बसाक कूचबिहार के एक प्राथमिक स्कूल के अवसर प्राप्त प्रधानाध्यापक है। वर्ष 1995 में दोनों ने विवाह किया था। लेकिन शादी के 25 साल बाद भी संतान नहीं हुई। जीवन के अंतिम क्षण में संतान सुख की कामना तीव्र हो गई थी। इसलिए यह कदम उठाया। सिलीगुड़ी के एक फर्टिलाइजेशन सेंटर टेस्ट ट्यूब के माध्यम से ओवम डोनेट करके संध्यादेवी गर्भवती हुई थी। इसके बाद संध्या देवी की स्वास्थ्य परीक्षा हुई। सर्जरी करके संध्या देवी का प्रसव करवाया गया। इस घटना के बाद लोग चर्चा कर रहे है कि आधु़निक पद्धति से अधिक उम्र में भी संतान सुख प्राप्त करने की कुछ संभावना है। इसके सकरात्मक व नकारात्मक दोनों पहलुओं पर चर्चा हो रही है।

कैप्शन : अस्पताल में बेड पर लेटी हुई संध्या देवी व उनके पति सुभाष चंद्र बसाक

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