टापुरहाट में झड़प के बाद तनाव कायम

By Edited By: Publish:Sun, 21 Sep 2014 09:37 PM (IST) Updated:Sun, 21 Sep 2014 09:37 PM (IST)
टापुरहाट में झड़प के बाद तनाव कायम

संवाद सहयोगी, कूचबिहार : कूचबिहार दो नंबर प्रखंड अंतर्गत टापुरहाट इलाके में रविवार को भी तनाव कायम रहा। पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए इलाके के कई लोग अभी भी फरार हैं। इस रोज हालात का जायजा लेने तृकां के प्रखंड अध्यक्ष खोखन मियां के अलावा पहुंचे घुघुमारी जीपी के उप प्रधान सहिरुद्दीन मियां, पंचायत सदस्य अश्रि्वनी राय। सनद रहे कि बीते गुरुवार को टापुरहाट पुलिस के साथ स्थानीय लोगों की झड़प से सरगर्म रहा। पुलिस की कथित फायरिंग में स्थानीय कृष्ण मोदक गंभीर रुप से घायल होकर फिलहाल सिलीगुड़ी के एक नर्सिग होम में इलाजरत है। इस बीच पुलिस ने पलिस से झड़प मामले में नौ आरोपियों को अदालत से रिमांड पर ले चुकी है। अभी भी और गिरफ्तारी की आशंका से ग्रामीण छिपे हुए हैं। यहां तक कि इलाके के दो ग्राम पंचायत सदस्य इनामुल हक और मनिरुद्दीन मियां अपने घर में नहीं मिले।

जिला पुलिस के सूत्र के मुताबिक टापुरहाट इलाके से होकर मवेशी तस्करी अरसे से चली आ रही है। टापुरहाट-गोसानीमारी-दिनहाटा और टापुरहाट-साहेबेरहाट-मातालहाट-दिनहाटा इन दोनों रूटों से होकर मवेशी तस्करी का अवैध कारोबार लंबे समय से चला आ रहा है। इसी का फायदा उठाकर वसूली करने वाले लोग सड़क पर पेड़ की डाल काटकर वाहनों को रोकते और भय दिखाकर चंदे की वसूली करते थे। उन्होंने ही मवेशी तस्करी के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराया है। हालांकि अभी तक यह साबित नहीं हो सका है कि जिस गोली से कृष्ण मोदक जख्मी हुए वह वाकई पुलिस की तरफ से चली थी। उल्लेखनीय है कि गुरुवार की घटना के बाद उत्तर बंगाल के आइजी जावेद शमीम, डीआइजी सीपी लेप्चा एवं एसपी राजेश यादव ने घटनास्थल का दौरा किया था। स्थानीय लोगों ने बताया कि पूर्व में माकपा समर्थित समाज विरोधी तत्व इन दिनों तृकां से जुड़ गए हैं। यही लोग मवेशी तस्करी के अलावा जबरन चंदे की वसूली के मामले से जुड़े हैं। गुरुवार को उन्हीं के जाल में स्थानीय लोग भी फंस कर पुलिस से उलझ गए।

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