पानी ने जिले में मचायी तबाही

जासं, आसनसोल : एक तो इंद्रदेव का कोप दूसरे डीवीसी के पंचेत व मैथन डैम तथा झारखंड के सिकटिया डैम से भ

By Edited By: Publish:Mon, 03 Aug 2015 01:32 AM (IST) Updated:Mon, 03 Aug 2015 01:32 AM (IST)
पानी ने जिले में मचायी तबाही

जासं, आसनसोल : एक तो इंद्रदेव का कोप दूसरे डीवीसी के पंचेत व मैथन डैम तथा झारखंड के सिकटिया डैम से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण व‌र्द्धमान जिला में चारों ओर तबाही का आलम है। स्थिति गंभीर होते देखकर सेना व एनडीआरएफ को उतारा गया है। जिला प्रशासन ने हाईअलर्ट जारी कर दिया है। डीएम, एसपी समेत कई वरिष्ठ अधिकारी स्वयं राहत कार्य में जुटे हुए हैं। नदी किनारे के निचले इलाकों में पानी भर गया है। करीब दो लाख से अधिक लोग प्रभावित हो गए हैं। जिले भर में करीब साढ़े तीन सौ राहत शिविर खोले गए हैं। जिसमें करीब 56 हजार लोग भोजन ग्रहण कर रहे हैं। डीएम डॉ. सौमित्र मोहन ने बताया कि जिले में अत्यधिक बारिश के कारण परेशानी तो हो ही रही है। सीमावर्ती इलाके में दामोदर व उसकी सहायक बराकर नदी स्थित डीवीसी के मैथन व पंचेत डैम से 55 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। वहीं दुर्गापुर बराज से फिलहाल 70 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है जो देर रात तक 90 हजार क्यूसेक तक पहुंचने की संभावना है। जिससे दामोदर के निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं। वहीं दूसरी ओर, जिला के उत्तरी सीमा पर स्थित अजय नदी में झारखंड के सिकटिया बांध से एक लाख 20 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। जिसके कारण अजय नदी के किनारे के निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं। डीएम ने बताया कि रविवार की सुबह में झाउड़ाडांगा पंचायत के पातुली गांव में राहत कार्य चलाकर करीब 300 लोगों को बचाया गया। पूर्वस्थली दो ब्लॉक में यहां राहत कार्य में स्वयं डीएम, एसपी, एडीएम सामान्य, एएसपी आदि अधिकारियों ने हाथ बंटाया। वहीं बाद में सेना की मदद से यहां से करीब 30 लोगों को बचाया गया। मंतेश्वर प्रखंड में नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स को भी राहत कार्य में लगाया गया है। डीएम डॉ. सौमित्र मोहन ने कहा कि भारी बारिश बंद नहीं होने से स्थिति बिगड़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो और शिविर लगाए जाएंगे।

मालूम हो कि चक्रवाती तूफान कोमेन के कारण पिछले चार-पांच दिन से व‌र्द्धमान जिले में भारी से अत्यधिक बारिश हो रही है। हर दिन 50 से 70 मिमी बारिश होने से चारों ओर पानी ही पानी दिख रहा है। इसके कारण जगह-जगह आबादीवाले इलाके में पानी का जमाव हो गया है, विभिन्न इलाकों में दर्जनों घरों में पानी घुस गया है।

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