भागीरथी का जल स्तर बढ़ा, बाढ़ सुरक्षा कार्य प्रभावित

बढ़ती गर्मी के कारण उच्‍च हिमालयी क्षेत्र में लगातार ग्‍लेशियर पिघलने से भागीरथी का जलस्‍तर काफी बढ़ गया है। इससे उत्‍तरकाशी नगर समेत आस पास के इलाकों में चल रहे बाढ़ सुरक्षा कार्य पूरी तरह प्रभावित हो गए हैं।

By BhanuEdited By: Publish:Fri, 19 Jun 2015 11:01 AM (IST) Updated:Fri, 19 Jun 2015 11:07 AM (IST)
भागीरथी का जल स्तर बढ़ा, बाढ़ सुरक्षा कार्य प्रभावित

उत्तरकाशी। बढ़ती गर्मी के कारण उच्च हिमालयी क्षेत्र में लगातार ग्लेशियर पिघलने से भागीरथी का जलस्तर काफी बढ़ गया है। इससे उत्तरकाशी नगर समेत आस पास के इलाकों में चल रहे बाढ़ सुरक्षा कार्य पूरी तरह प्रभावित हो गए हैं।
पिछले कुछ दिनों से उत्तरकाशी जनपद के पर्वतीय इलाकों में बारिश न होने से गर्मी बढ़ने लगी है। इसका असर ग्लेशियरों में भी पड़ रहा है और तेजी से पिघल रहे हैं। गर्मी के चलते जून माह का दूसरा पखवाड़ा शुरू होते ही भागीरथी का जलस्तर बढ़ने लगा था।

बीते दो दिनों से भागीरथी के जल स्तर पर लगातार बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है। मनेरी भाली परियोजना जोशियाड़ा से मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की सुबह भागीरथी में वाटर डिस्चार्ज 300 क्यूमेक्स तक पहुंच गया।
इस स्थिति के कारण उत्तरकाशी नगर, गंगोरी, तेखला, लक्षेश्वर, ज्ञानसू, मातली व डुंडा आदि बस्तियों में भागीरथी के दोनों तटों पर सुरक्षा दीवारों की उंचाई तक लहरें उठने लगी हैं। साथ ही नदी किनारे चल रहे बाढ़ सुरक्षा के कार्य प्रभावित हो रहे हैं।

इन कार्यों में लगी कई मशीनें और वाहन भी भागीरथी की लहरों में फंस गए हैं। हालांकि जिला प्रशासन की ओर तटवर्ती इलाकों में सुरक्षा के लिहाज से अभी किसी तरह की कवायद शुरू नहीं हुई है।
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