मायके में यमुना का प्रभाव किया जा रहा है अवरुद्ध

संवाद सूत्र बड़कोट यमुना नदी के अविरल प्रवाह को उसके ही मायके में अवरुद्ध किया जा रहा ह

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Apr 2022 07:10 PM (IST) Updated:Mon, 18 Apr 2022 07:10 PM (IST)
मायके में यमुना का प्रभाव  किया जा रहा है अवरुद्ध
मायके में यमुना का प्रभाव किया जा रहा है अवरुद्ध

संवाद सूत्र, बड़कोट : यमुना नदी के अविरल प्रवाह को उसके ही मायके में अवरुद्ध किया जा रहा है। जानकी चट्टी में बस पार्किंग के नाम पर निर्माण एजेंसी पेयजल निगम यमुना नदी में एनजीटी की गाइडलाइंस को दरकिनार करके बड़ी पोकलेन मशीन उतार कर मलबा उडे़ल रही है।

यमुना नदी में लगातार डाले जा रहे मलबे को लेकर नदियों पर शोध करने वाली संस्था साउथ एशियन नेटवर्क आन डेम्स, रिवर एंड पीपुल और स्थानीयजनों ने कड़ा विरोध दर्ज किया। साथ ही पेयजल निगम के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने की मांग की। स्थानीयजनों ने बताया कि जिस स्थान पर निर्माण एजेंसी यमुना में मलबा उड़ेल रही है वहां से एक किलोमीटर की दूरी पर यमुना का शीतकालीन प्रवास स्थल खुशीमठ है। जहां से मां यमुना की उत्सव डोली तीन मई को यमुनोत्री धाम के लिए प्रस्थान करेगी।

यमुना नदी की बदहाल स्थिति करने को लेकर यमुनोत्री धाम के तीर्थ पुरोहित भी चितित हैं। साथ ही तीर्थ पुरोहितों ने भी विरोध दर्ज कराया है। साउथ एशियन नेटवर्क आन डेम्स, रिवर एंड पीपुल के एसोसिएट कार्डिनेटर भीम सिंह रावत ने कहा कि बस अड्डे और पार्किंग का निर्माण करने वाली एजेंसी पेयजल निगम स्टेट क्लाइमेट एक्शन प्लान का उल्लंघन कर रही है। मां यमुना के पुजारी दुर्गेश उनियाल ने आरोप लगाया कि मलबा सीधे यमुना नदी में उड़ेलने से जहां एक ओर यमुना नदी प्रदूषित हो रही है, वहीं दूसरी तरफ मलबे से यमुना नदी का प्रवाह अवरुद्ध होने की स्थिति में है। जिससे बाढ़ और कटाव का खतरा बना हुआ है। यही स्थिति निर्माणाधीन दुर्बिल मोटर मार्ग के निकट की है। यहां मोटर मार्ग का मलबा सीधे यमुना नदी में उड़ेला जा रह है। वहीं उपजिलाधिकारी शालिनी नेगी ने बताया कि प्रकरण को गंभीरता से लिया गया है।

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