उत्तरकाशी में बीमार प्लांट से दूषित हो रही भागीरथी नदी

जिला मुख्यालय से महज दो किमी दूर ज्ञानसू में सीवर ट्रीटमेंट प्लांट बीमार पड़ा हुआ है। प्लांट में सीवरेज ट्रीटमेंट नहीं होने से सारी गंदगी भागीरथी नदी में प्रवाहित हो रही हैै।

By BhanuEdited By: Publish:Mon, 22 Apr 2019 11:36 AM (IST) Updated:Mon, 22 Apr 2019 11:36 AM (IST)
उत्तरकाशी में बीमार प्लांट से दूषित हो रही भागीरथी नदी
उत्तरकाशी में बीमार प्लांट से दूषित हो रही भागीरथी नदी

उत्तरकाशी, जेएनएन। जिला मुख्यालय से महज दो किमी दूर ज्ञानसू में संचालित सीवर ट्रीटमेंट प्लांट बीमार पड़ा हुआ है। प्लांट में सीवरेज ट्रीटमेंट नहीं होने से सारी गंदगी भागीरथी नदी में प्रवाहित हो रही है। गंदगी के कारण आसपास लोगों का अपने घरों में रहना दूभर हो गया है। दुर्गंध के कारण लोगों को संक्रामक बीमारियों के फैलने का भय सता रहा है। 

सीवर ट्रीटमेंट का सारा दूषित पानी पंपिंग नहीं होने से सारी गंदगी इधर-उधर लोगों के खेतों में जमा हो रहा है। इससे स्थानीय काश्तकारों को भी परेशानी हो रही है। मामला संज्ञान में होने के बावजूद भी संबंधित विभाग इस ओर उचित कार्रवाई करने को तैयार नहीं हैं।

एक दशक पहले गंगा प्रदूषण विभाग ने गंगोरी, उजेली, बाड़ाहाट, तिलोथ, जोशियाड़ा और ज्ञानसू में सीवरेज लाइन बिछाई थी। विभाग ने ज्ञानसू में सीवर ट्रीटमेंट प्लांट बनाया था। शहर की सारी गंदगी यहीं जमा होने लगी।   

गंगा प्रदूषण ने इसका निर्माण करने के बाद जलसंस्थान को इसे हस्तांतरण कर दिया था। कुछ समय तक सीवर ट्रीटमेंट प्लांट में दूषित पानी की पंपिंग नियमित हो रही थी। इसके बाद विभागीय कर्मचारी दूषित पानी को पंङ्क्षपग करने के बजाय सीधे भागीरथी नदी में उड़ेलने लगे। 

सामाजिक कार्यकर्ता दिनेश पंवार, सुरेश पंवार ने बताया कि सीवर ट्रीटमेंट प्लांट में कई वर्षों से दूषित पानी को पंप नहीं किया जा रहा है। मशीन नियमित तरीके से काम नहीं कर रही हैं। मशीन नहीं चलने के कारण प्लांट की सारी गंदगी भागीरथी नदी में प्रवाहित हो रही है। कहा प्लांट में अकुशल श्रमिक लगाए हैं, जिन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं हैं। 

नियमानुसार साल दो साल में प्लांट में उत्पादित खाद की सफाई की जाती है, लेकिन यहां प्लांट तक वाहन और घोड़े, खच्चरों के पहुंचने के लिए सड़क और रास्ता भी नहीं है। इसके कारण सारी गंदगी इधर-उधर लोगों के खेतों में और नदी में प्रवाहित की जा रही है। गंदगी के कारण आसपास लोगों के घरों के दरवाजे और खिड़कियां दिनभर बंद रहती हैं। कहा इस बारे में जिला प्रशासन को भी अवगत कराया जा चुका है। 

जलसंस्थान के अधिशासी अभियंता बीएस डोगरा ने बताया कि सीवर ट्रीटमेंट प्लांट में नियमित पंपिंग हो रही है। प्लांट की गंदगी को भागीरथी नदी में प्रवाहित नहीं की जा रही है।

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