Avalanche in Uttarakhand: एवलांच की चपेट में आने से 4 पर्वतारोहियों की मौत, 26 लापता; आज फिर चलेगा रेस्क्यू
Avalanche in Uttarakhand मंगलवार को उत्तरकाशी जनपद में एवलांच की चपेट में आने से चार पर्वतारोही की मौत हो गई है जबकि 26 लापता हैं। दल में 34 प्रशिक्षु पर्वतारोही सात प्रशिक्षक और एक नर्सिंग स्टाफ शामिल था।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : Avalanche in Uttarakhand: नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के एडवांस कोर्स के दौरान द्रौपदी का डांडा में प्रशिक्षकों समेत 34 प्रशिक्षु पर्वतारोही एवलांच की चपेट में आए। इनमें कुछ एवलांच में दबे हैं और ग्लेशियर के बीच में बड़ी दरारों (क्रेवास) में अभी फंसे हुए हैं। एवरेस्ट विजेता सविता कंसवाल समेत चार के शव बरामद कर लिए हैं। चार घायलों को भी निकाला है। इस 42 सदस्यीय दल के 26 व्यक्ति अभी लापता हैं। इस घटना में काफी अधिक संख्या में हताहत होने की आशंका है।
वायुसेना ने दो चीता हेलिकॉप्टर रेस्क्यू के लिए तैनात
मंगलवार की शाम को भारी बर्फबारी होने के कारण वायु सेना, नेहरू पर्वतारोहण संस्थान और राज्य आपदा मोचन बल की ओर से खोज बचाव अभियान को रोका गया। वायुसेना ने दो चीता हेलिकॉप्टरों को रेस्क्यू के लिए हर्षिल में तैनात कर दिया है।
23 सितंबर को द्रौपदी का डांडा गया था दल
एडवांस कोर्स के लिए 23 सितंबर को द्रौपदी का डांडा गए दल में 34 प्रशिक्षु पर्वतारोही, सात प्रशिक्षक व एक नर्सिंग स्टाफ शामिल था। इसमें से आठ सुरक्षित हैं। चार घायलों का उपचार किया जा रहा है। चार के शव बरामद किए जा चुके हैं, जबिक लापता 26 पर्वतारोहियों की तलाश जारी है।
अमित शाह ने भी इस घटना पर जताया दुख
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड के दो दिनी दौरे पर मंगलवार को देहरादून पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को घटना की जानकारी दी। उन्होंने बचाव अभियान में तेजी लाने को सेना की सहायता लेने का अनुरोध किया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए तुरंत अधिकारियों से वार्ता की। केंद्र सरकार ने मुख्यमंत्री धामी को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया।
1990 से लेकर अभी तक हुई 16 बड़ी घटनाएं
वहीं एनडीआरएफ, सेना, आइटीबीपी, एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन तत्परता से राहत-बचाव कार्यों में जुटे हैं। उत्तराखंड में होती रही है एवलांच की घटनाएं निरंतर अंतराल पर होती रही हैं। 1990 से लेकर अभी तक 16 बड़ी घटनाएं हुई हैं। जिनमें 60 से अधिक पर्वतारोहियों की जान गई है।
हरसंभव सहायता देगी केंद्र सरकार
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार दोपहर घटना की जानकारी मिलते ही पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को दूरभाष पर सूचित किया। इसके बाद मंगलवार सायं जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचने पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ विस्तार से इस घटना को लेकर चर्चा की। रक्षा मंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया कि केंद्र सरकार हरसंभव सहायता देगी।
अमित शाह ने अधिकारियों से की बात
उधर, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी ट्वीट कर पर्वतारोहियों की मृत्यु पर दुख जताया। उन्होंने बताया कि बचाव और राहत कार्यो में कई टीम लगी हुई हैं। उन्होंने इस संबंध में अधिकारियों के साथ वार्ता की है। स्थानीय प्रशासन, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, आइटीबीपी और सेना की टीम तत्परता से राहत और बचाव कार्य कर रही हैं।
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एवलांच में लापता विभिन्न राज्यों के पर्वतारोहियों की सूची
नाम, राज्य अतानु धर, दिल्ली सौरव विश्वास, बंगाल अमित कुमार शाह, बंगाल संदीप सरकार, बंगाल नितीश, हरियाणा रजत सिंघल, हरियाणा वामसिदर रेड्डी, तेलंगाना विक्रम रमन, तमिलनाडु विक्रम एम, कर्नाटक दीपशिखा हजारिका, असम गोहिल अर्जुनसिन, गुजरात रक्षित के., कर्नाटक टिक्लू जायरवा, उड़ीसा ले. क. दीपक वशिष्ठ, हिमाचल शिवम कैंथला, हिमाचल अंशुल कैंथला, हिमाचल विनय पंवार, उत्तराखंड शुभम सांगरी, उत्तराखंड नरेंद्र सिंह, उत्तराखंड सिद्धार्थ खंडूरी, उत्तराखंड सतीश रावत, उत्तराखंड राहुल पंवार, उत्तराखंड कपिल पंचार, उत्तराखंड अजय बिष्ट, उत्तराखंड संतोष कुकरेती, उत्तराखंडमौसम बिगड़ने से रेस्क्यू रोकना पड़ा
नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गत दिवस पुणे महाराष्ट गए। मंगलवार की सुबह घटना की सूचना मिलने पर कर्नल अमित बिष्ट कार्यक्रम को छोड़कर लौटे हैं। बुधवार की सुबह तक निम पहुंचने की उम्मीद है। उत्तरकाशी के जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने बताया कि मौसम बिगड़ने के कारण खोज बचाव अभियान रोकना पड़ा। बुधवार को हेली और पैदल मार्ग से रेस्क्यू अभियान चलाया जाएगा।
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