बारिश ने थामी कांवड़ियों की रफ्तार

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : गोमुख से गंगाजल लेकर जाने वाले कांवड़ियों की संख्या में बारिश के कारण गि

By Edited By: Publish:Tue, 28 Jul 2015 01:00 AM (IST) Updated:Tue, 28 Jul 2015 01:00 AM (IST)
बारिश ने थामी कांवड़ियों की रफ्तार

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : गोमुख से गंगाजल लेकर जाने वाले कांवड़ियों की संख्या में बारिश के कारण गिरावट आ रही है। इसका असर पहाड़ी बाजारों की रौनक के साथ व्यापार पर भी असर पड़ा है।

हर साल अप्रैल से जून माह तक उत्तरकाशी जिले में यात्रा मार्ग पर चारधाम यात्रियों की काफी चहल-पहल रहती है, लेकिन मानसून सीजन शुरू होते ही चारधाम के पड़ावों पर यात्रियों की संख्या कम होने लगती है। गंगोत्री धाम के मार्ग पर पड़ने वाले तमाम छोटे-बड़े बाजारों में जुलाई माह में कांवड़ियों के कारण खूब रौनक रहती थी। वर्ष 2012 में 21 हजार से अधिक कांवड़िये गंगाजल लेने के लिए गोमुख पहुंचे, लेकिन वर्ष 2013 में इसकी संख्या घटकर 11 के करीब रही।

इस बार भी कांवड़ियों की संख्या में काफी कमी दिख रही है। अब तक केवल 1235 कांवड़िये जल भरने के लिए गोमुख गए हैं, जबकि वर्ष 2013 से पहले गंगोत्री गोमुख आने वाले कांवड़ियों की संख्या हजारों में होती थी। व्यापार मंडल अध्यक्ष राजेंद्र पंवार ने बताया कि इस बार कांवड़ियों की संख्या बेहद कम है। कांवड़ शुरू होने के 25 दिन पहले कांवड़िये गोमुख से जल भरकर ले जाते थे। उत्तरकाशी, गंगोरी, गणेशपुर, नेताला, मनेरी, सेंज, भटवाड़ी, गंगनाणी, भैरव घाटी व गंगोत्री बाजार में कांवड़ियों की खूब चहल-पहल रहती थी, लेकिन आपदा के पास से बेहद कम संख्या में कांवड़िये गोमुख पहुंच रहे हैं। गंगोत्री नेशनल पार्क की गंगोत्री रेंज के रेंजर प्रताप ¨सह पंवार ने बताया कि इस बार कांवड़िये कम संख्या में आ रहे हैं। इस बार गोमुख तक रास्ता भी सही है।

गोमुख पहुंचने वाले कांवड़ियों का ब्योरा

वर्ष-संख्या

2012-21083

2013-11283

2014-7487

2015-1235 (26 जुलाई तक)

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