वाटर ड्रेनेज सिस्टम में सुधार होगी सबसे बड़ी चुनौती

ाटीमा में नगर पालिका की नवनिर्वाचित चेयरमैन सोनी राणा एवं बोर्ड के लिए सबसे बड़ी चुनौती शहर के वाटर ड्रेनेज सिस्टम में सुधार लाने की होगी।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 02 Dec 2018 04:34 PM (IST) Updated:Sun, 02 Dec 2018 04:34 PM (IST)
वाटर ड्रेनेज सिस्टम में सुधार होगी सबसे बड़ी चुनौती
वाटर ड्रेनेज सिस्टम में सुधार होगी सबसे बड़ी चुनौती

संवाद सहयोगी, खटीमा : नगर पालिका की नवनिर्वाचित चेयरमैन सोनी राणा एवं बोर्ड के लिए सबसे बड़ी चुनौती शहर के वाटर ड्रेनेज सिस्टम में सुधार लाने की होगी। जलभराव की समस्या शहर वासियों के लिए दशकों से परेशानी का सबब रही है।

दरअसल शहर का तीन चौथाई से अधिक हिस्सा बारिश के मौसम में डूब की कगार पर आ जाता है। यहां के अधिकांश इलाके पूर्ण अथवा आंशिक रूप से जलभराव की समस्या से ग्रस्त हैं। कई निचले इलाके तो ऐसे हैं जहां कि बारिश का सीजन खत्म होने के महीनों बाद तक पानी जमा रहता है। कई गलियों में गुजरे बारिश के सीजन का पानी अब तक जमा है। जो अब सड़ कर कीड़े -मकोड़ों की वजह बना हुआ है। पिछले एक दशक के दौरान शहरी क्षेत्र का तेजी से विस्तार हुआ। चारों ओर शहर की सीमा बढ़ती गई। नतीजतन अनियोजित ढंग से निर्माण होते रहे। इसका परिणाम यह रहा कि निकासी नालियां अनियोजित निर्माण की वजह से बंद होती गई। फलस्वरूप पानी की निकासी बाधित हो गई। अब आलम यह है कि मामूली बारिश में भी शहर की गलियां तो दूर मुख्य राजमार्ग पर भी जलभराव हो जाता है। तेज बारिश होने की स्थिति में तो सड़क पर तीन से चार फिट तक पानी भर जाता है। अकसर बारिश के दिनों में शहर का वाटर ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह फैल हो जाता है। ऐसे में शहर को जलभराव से निजात दिलाना चेयरमैन के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी। चेयरमैन के पिता पूर्व विधायक गोपाल सिंह राणा ने शपथ ग्रहण समारोह के दौरान अपने संबोधन में वाटर ड्रेनेज सिस्टम में सुधार को सबसे बड़ी चुनौती बताया।

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