पालिकाध्यक्ष की कार के आगे लेटे संगठन के प्रदेश अध्यक्ष

पूरा वेतन दिए बिना पर्यावरण मित्रों को काम से हटाने पर सफाई कर्मियों का गुस्सा भड़क उठा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Jan 2020 10:27 PM (IST) Updated:Tue, 21 Jan 2020 06:17 AM (IST)
पालिकाध्यक्ष की कार के आगे लेटे संगठन के प्रदेश अध्यक्ष
पालिकाध्यक्ष की कार के आगे लेटे संगठन के प्रदेश अध्यक्ष

संवाद सहयोगी, खटीमा : पूरा वेतन दिए बिना पर्यावरण मित्रों को काम से हटाने पर सफाई कर्मियों का गुस्सा सोमवार को भड़क उठा। सड़क के निरीक्षण को जा रही पालिकाध्यक्ष व ईओ की कार को सफाई कर्मचारी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष ने रोक ली। इसके बाद वह कार के आगे लेट गए। उनके साथ बड़ी संख्या में पर्यावरण मित्र भी थे। डेढ़ घंटे तक उन्हें व उनकी कार घेरे रखा। पालिकाध्यक्ष की कार में उनके पिता पूर्व विधायक गोपाल राणा भी थे। बाद में युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भुवन कापड़ी व अन्य कांग्रेसी भी वहां एकत्र हो गए। इस दौरान संगठन अध्यक्ष व पालिकाध्यक्ष की नोकझोंक भी हुई।

बता दें कि नगर पालिका अध्यक्षा व ईओ ने 166 सफाई कर्मचारियों की नगर स्वच्छता समिति गठित कर खुद भर्ती कर ली थी। जिसे शासन-प्रशासन ने अवैध तरीके से रखने की बात कही थी। इस पर पालिका ने सभी 166 कर्मियों को हटा दिया था। कुछ पर्यावरण मित्रों से छह तो कुछ से आठ माह तक सफाई कारवाई। इसके एवज में सिर्फ दो माह का ही वेतन देकर हटा दिया था।

सोमवार को उन्हें सूचना मिली कि पालिकाध्यक्ष सोनी राणा, ईओ धर्मानंद जोशी व पूर्व विधायक गोपाल सिंह राणा सड़क निर्माण का निरीक्षण करने गौटिया जा रहे हैं। इस पर बड़ी संख्या में पर्यावरण मित्र सफाई कर्मचारी संघ अध्यक्ष गौरव के नेतृत्व में टनकपुर रोड स्थित गौटिया जाने वाले मार्ग पर एकत्र हो गए। जैसी ही उनकी कार वहां पहुंची तभी उनकी कार को रोक लिया। जमकर नारेबाजी करने लगे। इस दौरान संघ अध्यक्ष गौरव उनकी कार के आगे लेटकर विरोध जताने लगे। बाद में नगर स्वच्छता समिति के अध्यक्ष अशोक बत्रा की दुकान पर जा धमके। उन्होंने उनका घेराव कर वेतन दिए जाने की मांग कर नारेबाजी शुरू कर दी। पूर्व विधायक राणा व युवक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष भुवन कापड़ी ने उन्हें बमुश्किल शांत कराकर। तय हुआ कि एक सप्ताह के भीतर 65 कर्मियों की भर्ती मानकों के अनुरूप कर ली जाएगी। भर्ती के बाद ही उनका वेतन भी दे दिया जाएगा। अन्य शेष कर्मियों के लिए शासन से अनुमति मांगी जाएगी। तब जाकर कर्मी शांत हुए।

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पालिकाध्यक्ष के घर शहर का कूड़ा फेंकने की दी चेतावनी

सफाई कर्मचारी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष संतोष गौरव ने कहा कि पालिकाध्यक्ष ने यदि एक सप्ताह के भीतर पर्यावरण मित्रों को वेतन नहीं दिया तो सभी पर्यावरण मित्र शहर की सफाई करेंगे और पूरा कूड़ा उनके घर के आगे डालेंगे।

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