मजहब-धर्म अलग हो सकते हैं इंसानियत का धर्म नहीं

संवाद सहयोगी, बाजपुर : पवित्र हज यात्रा के लिए पंजीकृत हज यात्रियों के टीकाकरण को लगे शिविर का शुभार

By JagranEdited By: Publish:Fri, 06 Jul 2018 05:37 PM (IST) Updated:Fri, 06 Jul 2018 05:37 PM (IST)
मजहब-धर्म अलग हो सकते हैं इंसानियत का धर्म नहीं
मजहब-धर्म अलग हो सकते हैं इंसानियत का धर्म नहीं

संवाद सहयोगी, बाजपुर : पवित्र हज यात्रा के लिए पंजीकृत हज यात्रियों के टीकाकरण को लगे शिविर का शुभारंभ अल्पसंख्यक कल्याण, परिवहन एवं समाज कल्याण मंत्री यशपाल आर्य ने किया।

शुक्रवार को ¨सचाई विभाग के अतिथिगृह में लगे शिविर कैबिनेट मंत्री ने कहा कि मजहब-धर्म अलग हो सकते हैं, लेकिन हमारे अंदर की इंसानियत का धर्म अलग नहीं हो सकता। हम सबके लिए सबसे पहले ¨हदुस्तान है। गुरुओं ने प्रेम-भाव, भाई-चारे व अमन का संदेश दिया है, हम सब मिल-जुल कर रहें इसके लिए दुआएं मांगें। कहा कि उन्होंने हमेशा बिना किसी जाति, धर्म, मजहब के समान रूप से काम किया, लेकिन वह देख रहे हैं कि अब कुछ लोग उनसे परहेज करते हैं। कहा कि यशपाल की सोच बदल नहीं सकती, आज भी वहीं हूं, जो पहले था। उत्तराखंड राज्य हज समिति अध्यक्ष हाजी रॉव शेर मोहम्मद ने कहा कि हमारे प्रयासों से इस बार हज यात्रियों के लिए 1317 सीटें मिली हैं। अगली बार 1500 सीटें करवाने का प्रयास होगा। हज अधिकारी नफीस अहमद ने बताया कि इस बार पवित्र हज यात्रा के लिए 4,100 लोगों ने आवेदन किया था। चयनित में से 299 हज यात्री ऊधम¨सह नगर के हैं। इसके पश्चात जिला अस्पताल से पहुंची टीम ने हज यात्रियों का टीकाकरण किया। वहीं गेस्ट हाउस में नमाज पढ़ने की व्यवस्था की गई। इस दौरान एसडीएम विवेक प्रकाश, भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष राजेश कुमार, अंकुर अग्रवाल, विकास गुप्ता, डीके जोशी, वीरेंद्र बिष्ट, रवि बंसल, अहमद उल्लाह, नवदीप ¨सह कंग, बहादुर भंडारी आदि मौजूद थे।

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बिना मर्द के सहारे से प्रथम बार हज यात्रा करेंगी महिलाएं

उत्तराखंड राज्य हज समिति के अधिकारी नफीस अहमद ने बताया कि पृथक राज्य अस्तित्व में आने के बाद पहली बार ऐसा मौका आया है जब प्रदेश से चार महिलाएं बगैर मरहम (बिना किसी परिवारिक व्यक्ति के) के हज यात्रा पर जा रही हैं। इन चारों महिलाओं का एक ग्रुप बनाया गया है जिन्हें यूके-एफ 1755 कवर नंबर दिया गया है। इन महिलाओं में रफीकन (61) पत्नी नजीर अहमद निवासी गली नंबर-2 इंदिरा कॉलोनी रुद्रपुर, जमीला (65) पत्नी मो.सद्दीक निवासी लाइन नंबर-13 हल्द्वानी, फातमा बेगम (61) पत्नी मच्छन निवासी लाइन नंबर-17 हल्द्वानी व रमजानो (66) पत्नी जमील अहमद निवासी नई बस्ती आजाद नगर हल्द्वानी (नैनीताल) शामिल हैं।

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