अब अल्मोड़ा में गूंजेगी नवजात की किलकारी

आठ दिन पूर्व खटीमा के चटियाफार्म गांव के एक खेत में मिट्टी में दबे मिले नवजात की किलकारी अब अल्मोड़ा के शिशु सदन में गूजेगी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 18 Nov 2020 09:17 PM (IST) Updated:Wed, 18 Nov 2020 09:17 PM (IST)
अब अल्मोड़ा में गूंजेगी नवजात की किलकारी
अब अल्मोड़ा में गूंजेगी नवजात की किलकारी

संवाद सहयोगी, खटीमा : आठ दिन पूर्व चटियाफार्म गांव के एक खेत में मिट्टी में दबे मिले नवजात दीपक की किलकारी अब अल्मोड़ा के शिशु सदन में गूजेंगी। पूर्ण रूप से स्वस्थ होने के बाद नागरिक चिकित्सालय से उसे छुट्टी दे दी गई है। चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम अब उसे राजकीय शिशु सदन अल्मोड़ा ले गई है।

बता दें आठ दिन पूर्व चटियाफार्म गांव के कुंडल सिंह भंडारी के खेत में मिट्टी में दबा नवजात शिशु मिला था। ग्राम प्रधान की सूचना पर पुलिस व ग्रामीणों ने उसे नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उसका उपचार चल रहा था। कुछ दिन पूर्व जिला बाल कल्याण समिति के सदस्य अमित श्रीवास्तव ने चिकित्सालय पहुंचकर मामले की जानकारी लेकर नवजात को दीपक नाम दिया था। इस बीच बुधवार को समिति की अध्यक्ष मेदिनी रस्तोगी व सदस्य प्रेम सिंह व श्रीवास्तव अस्पताल पहुंचे। जहां उन्होंने चिकित्सकों से दीपक के स्वास्थ्य की जानकारी ली।

इस दौरान चिकित्सक आइएम खान व अमित बंसल ने उन्हें बताया कि नवजात पूर्णरूप से स्वस्थ्य हो चुका है। जिसको डिस्चार्ज किया जा सकता है। इस पर दीपक को अल्मोड़ा के शिशु सदन भेजने का निर्णय लिया गया। इसके बाद चाइल्ड लाइन संस्था की सदस्य दुर्गागौला व नंदनी वर्मा के साथ गंतव्य के लिए रवाना कर दिया गया। बता दें पुलिस इस मामले में मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की तलाश में जुटी हुई है। हालांकि अभी तक आरोपितों का कोई पता नहीं चल सका है। समिति अध्यक्ष ने बताया कि समिति बच्चे के जैविक माता-पिता को दो महीने तक तलाश करेगी। माता-पिता के न मिलने पर बच्चे को गोद देने की प्रकिया शुरू की जाएगी।

----------

:::: इंसेट

कई दंपतियों ने जताई गोद लेने की इच्छा

खटीमा: आसपास के कई लोगों ने अस्पताल व प्रशासन से बच्चे को गोद लेने की इच्छा व्यक्त की लेकिन सरकारी प्रक्रिया की बात सुनकर उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ा।

chat bot
आपका साथी