चार कालेजों में बनी निर्दल की सरकार

-पांच महाविद्वालयों में हुए चुनाव में चार अध्यक्ष पद निर्दल चुने गए -सीमांत क्षेत्र खटीमा में एबीव

By JagranEdited By: Publish:Tue, 10 Sep 2019 12:26 AM (IST) Updated:Tue, 10 Sep 2019 06:36 AM (IST)
चार कालेजों में बनी निर्दल की सरकार
चार कालेजों में बनी निर्दल की सरकार

-पांच महाविद्वालयों में हुए चुनाव में चार अध्यक्ष पद निर्दल चुने गए

-सीमांत क्षेत्र खटीमा में एबीवीपी प्रत्याशी ने जीत दर्ज की

-एनएसयूआइ का खाता नहीं खुला

बृजेश पांडेय

रुद्रपुर: कांग्रेस व भाजपा ने भले ही अपने-अपने दल में युवाओं की फौज होने की दावा करती हो,मगर उनकी रीढ़ माने जाने वाला छात्र संगठन चुनाव में कमजोर दिखी। इसकी बानगी ऊधम सिंह नगर में पांच महाविद्वालयों में हुए छात्रसंघ चुनाव में खटीमा को छोड़ चार स्थानों पर निर्दल प्रत्याशियों ने बाजी मारी है। ऐसे में चार महाविद्वालयों में निर्दल की सरकार बनी है। छात्रों ने निर्दल पर भरोसा जताया।

सरदार भगत सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्वालय छात्रसंघ के अध्यक्ष पद पर निर्दल से शुभम तिवारी व सरबप्रीत सिंह चुनाव चुनाव लड़े थे। इन पर शुभम ने 414 मतों से सरबप्रीत से हराया। राधे हरि राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्वालय काशीपुर छात्रसंघ अध्यक्ष पद पर निर्दल प्रत्याश प्रीत ढींगरा ने एबीवीपी प्रत्याशी शुभम कनौजिया को 279 मतों से हराया। हेमवती नंदन बहुगुणा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्वालय खटीमा के छात्रसंघ अध्यक्ष पद पर सुमित बहादुर पाल ने एनएसयूआइ समर्थित प्रत्याशी लक्ष्मण खर्कवाल को हराया। राजकीय महाविद्वालय सितारगंज छात्रसंघ अध्यक्ष पद निर्दल प्रत्याशी हिमांशु ने सोनिया मंडल को हराकर अपने सिर पर जीत का ताज सजा लिया। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्वालय बाजपुर छात्रसंघ अध्यक्ष पद पर निर्दल प्रत्याशी मयंक तिवारी निर्विरोध चुने गए। चुनाव परिणाम के आंकड़ों पर गौर करें तो चार स्थानों पर निर्दल पर छात्रों ने भरोसा जताया। यह अलग बात है कि निर्दल प्रत्याशी जितने वालों को भाजपा ने समर्थन किया हो, मगर दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा के आनुषंगिक संगठन एबीवीपी से चुनाव में प्रत्याशी ढूंढने से नहीं मिले। इसी तरह कांग्रेस के आनुषंगिक संगठन एनएसयूआइ के पास भी प्रत्याशी नहीं मिला है। इस पर दोनों दलों केा आत्म मंथन करने की जरुरत है।

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