नकली नोटों से लेकर ड्रग्स आपूíत में लिप्त था राजा

जागरण संवाददाता, किच्छा : समीर हत्याकांड का सूत्रधार राजा उर्फ रनदीप ¨सह एक शातिर बदमा

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 Sep 2018 06:01 PM (IST) Updated:Mon, 17 Sep 2018 06:01 PM (IST)
नकली नोटों से लेकर ड्रग्स आपूíत में लिप्त था राजा
नकली नोटों से लेकर ड्रग्स आपूíत में लिप्त था राजा

जागरण संवाददाता, किच्छा : समीर हत्याकांड का सूत्रधार राजा उर्फ रनदीप ¨सह एक शातिर बदमाश है। उसके खिलाफ समीर की हत्या से पहले ही नकली नोटों के कारोबार से लेकर ड्रग्स आपूíत का मुकदमा दर्ज है। जिसके चलते पुलिस राजा की सरगर्मी से तलाश कर रही थी। वह हाथ लगा भी, लेकिन फरार हो गया। राजा कनाडा में एक्स्पोर्ट का भी व्यापार की बात सामने आई है। उसको पकड़ने के लिए अब पुलिस को नाको चने चबाने पड़ सकते है।

समीर हत्याकांड की योजना तो राजा ने अपने पिता के साथ मिल कर बनाई थी, लेकिन अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो कोई न कोई कमी छोड़ जाता है। पुलिस ने उनकी कमी को न केवल पकड़ा हत्याकांड का खुलासा कर दिया। राजा का यह कोई पहला अपराध नहीं था। बरेली के प्रेमनगर थाने में राजा के खिलाफ नकली नोटों के साथ पकड़े जाने पर मुकदमा दर्ज किया था। वह जाली नोट तैयार कर भारत की अर्थव्यवस्था को खोखला करने का काम कर रहा था। पकड़े जाने के बाद वह पंजाब में फैल रहे नशे के कारोबार का हिस्सा बन गया और उसने वहां पर अपनी जड़े फैलानी शुरू कर दी थी, लेकिन पंजाब में भी वह पकड़ा गया और उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। उसके बाद राजा ने पंजाब से किनारा करते हुए मुंबई और उत्तराखंड में अपनी पैठ बनानी शुरू कर दी। जिस पर वह समीर के संपर्क में आया और उसके बाद तेजी जयराम की दुनिया में आगे बढ़ता चला गया। लेकिन समीर के साथ विवाद के चलते उसकी भी हत्या की सुपारी दे दी। हालांकि समीर की हत्या को लेकर प्रॉपर्टी विवाद की बात सामने आई है। लेकिन उसके पीछे की कहानी भी फिजाओं में तैर रही है। समीर राजा के मुंबई से एक्सपोर्ट के व्यापार का भी राजदार था। जिसको लेकर उनका विवाद मुख्य कारण बना। उसके पीछे कोई बड़ी डील थी जो समीर की हत्या का कारण बनी। इस संबंध में पुलिस ने उसके पिता से राज उगलवाने का भरपूर प्रयास किया, लेकिन उनकी उम्र अधिक होने के कारण पुलिस उस पर अधिक सख्ती नहीं कर पाई।

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