टौंगिया वन ग्राम के रूप में न दर्शाने से भड़के बग्घा वासी

संवाद सहयोगी, खटीमा: वन विभाग के अभिलेखों में बग्घा चौवन को टौंगिया वन ग्राम न दर्शाए ज

By JagranEdited By: Publish:Mon, 22 Oct 2018 05:21 PM (IST) Updated:Mon, 22 Oct 2018 05:21 PM (IST)
टौंगिया वन ग्राम के रूप में न दर्शाने से भड़के बग्घा वासी
टौंगिया वन ग्राम के रूप में न दर्शाने से भड़के बग्घा वासी

संवाद सहयोगी, खटीमा: वन विभाग के अभिलेखों में बग्घा चौवन को टौंगिया वन ग्राम न दर्शाए जाने से ग्रामीण भड़क उठे हैं। इसके विरोध में उन्होंने सुरई वन रेंज कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया। साथ ही प्रभागीय वनाधिकारी को ज्ञापन भी भेजा।

सांसद आदर्श गांव बग्घा चौवन के ग्रामीण सोमवार को सुरई वन रेंज कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। इसके बाद ग्रामीण वहीं धरने पर बैठ गए। इस दौरान उन्होंने कहा कि बग्घा चौवन गांव को वर्ष 1974-75 में तत्कालीन सरकार ने टौंगिया पद्घति से बसाया था। भारत सरकार के वनाधिकार अधिनियम के लागू होने के बाद बग्घा चौवन टौंगिया वन ग्राम के रूप में मान्य है। ऐसे में बग्घा चौवन के संदर्भ में वन विभाग की ओर से होने वाले किसी भी प्रकार के पत्राचार में टौंगिया वन ग्राम का उल्लेख होना चाहिए, जबकि विभाग के उच्चाधिकारी पूर्व में कई बार अपने पत्रों में गांव को टौंगिया वन ग्राम उल्लिखित कर चुके हैं। उन्होंने इस संबंध में वन क्षेत्राधिकारी के माध्यम से प्रभागीय वनाधिकारी को ज्ञापन भी भेजा। इस मौके पर देवेंद्र चुफाल, प्रकाश तिवारी, पूर्व सैनिक संगठन अध्यक्ष केएस खनका, मनमोहन सिंह सोहल, गणेश राम, डिगर सिंह, प्रकाश कोहली, गोविंद कोहली, सोनू भंडारी, सतीश कुमार आदि मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी