भटके हाथियों के जंगल पहुंचने पर वन विभाग ने ली राहत की सांस

ाटीमा में नेपाल से भटक कर उत्तराखंड पहुंचे दो हाथी का जोड़ा खटीमा रेंज के नखाताल जंगल पहुंच गया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Sep 2020 12:05 AM (IST) Updated:Fri, 18 Sep 2020 05:15 AM (IST)
भटके हाथियों के जंगल पहुंचने पर वन विभाग ने ली राहत की सांस
भटके हाथियों के जंगल पहुंचने पर वन विभाग ने ली राहत की सांस

संवाद सहयोगी, खटीमा : नेपाल से भटक कर उत्तराखंड पहुंचे दो हाथी का जोड़ा खटीमा रेंज के नखाताल जंगल पहुंच गया है। बड़ी आबादी वाला हिस्सा और एक टोल प्लाजा हाईवे पार करने की उनकी लोकेशन मिली है। पद चिन्हों के आधार वन वनकर्मियों की ट्रेस करने में जुटे हैं। इस काम में स्थानीय कर्मियों के अलावा हल्द्वानी जू, वन्यजीव चिकित्सक की टीम यहां डेरा डाले हुए है।

चार दिन पहले पड़ोस देश नेपाल से दो हाथी के सीमांत के सुरई रेंज के जंगल पहुंचने से वन महकमे में हड़कंप मच गया था। जंगल में गश्त कर रही टीम ने दो हाथी के पद चिह्न की सूचना विभाग को दी। जिसके बाद अनुमान लगाया जा रहा था कि यह वहीं हाथी न हों, जिन्होंने एक साल पहले उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश में छह लोगों को मौत के घाट उतारकर दहला दिया था। उन हाथियों को यूपी के रामपुर से पड़कर नेपाल सीमा के पास छोड़ दिया था और वह नेपाल की ओर चले गए थे। फिर ठिक एक साल बाद फिर दो हाथी भटकते हुए नेपाल से यहां पहुंच गए हैं, लेकिन अभी तक इस बार की पुष्टि नहीं हुई है कि यह वही हाथी हैं या नहीं।

बहरहाल यह हाथी पहले दिन सुरई जंगल से होते हुए यूपी के महोफ रेंज तक पहुंचे। लेकिन वहां पहले से ही एलर्ट रहे वनकर्मियों ने उन हाथियों को यूपी के जंगलों में आगे बढ़ने से पहले ही वापस लौटा दिया। फिर यह हाथी रात के वक्त नौसर, पहेनिया टोल प्लाजा से सड़क पार करने के बाद नहर पटरी से हाते हुए लालकोठी होते हुए नखाताल के जंगल पहुंच गए हैं। यह लोकेशन वनकर्मियों को उनके पद चिन्हों से मिली है। इसी आधार पर वनकर्मी उन्हें ट्रेस कर रहे हैं। हाथी को ट्रेस करने में तराई पूर्वी के वन्य जीव चिकित्सक डॉ.आयुष उनियाल, हल्द्वानी जू के डॉ.जय प्रताप सिंह, खटीमा रेंज के धन सिंह अधिकारी आदि शामिल हैं।

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राहत की बात है कि हाथी आबादी से निकलकर जंगल पहुंच गए हैं। जंगल में हाथी के भोजन की भरपूर चीजें हैं। टीम हाथी की लोकेशन ट्रेस करने में लगी है।

-बाबूलाल उप प्रभागीय वनाधिकारी

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एक बड़ा व एक छोटा है हाथी

हल्द्वानी जू के डॉ.जयप्रताप सिंह व चिकित्सक आयुष उनियाल ने बताया कि पद चिन्हों के आधार पर एक हाथी बड़ा और एक छोटा है। जबकि पिछले साल आए दोनों हाथी बराबर थे। बहरहाल अभी स्पष्ट कुछ नहीं कहा जा सकता है।

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