मुआवजा वापसी की जुगत में आठ काश्तकार

जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : बैक डेट में कृषि भूमि को अकृषि में बदल (143) करोड़ों का

By JagranEdited By: Publish:Wed, 09 May 2018 05:13 PM (IST) Updated:Wed, 09 May 2018 05:13 PM (IST)
मुआवजा वापसी की जुगत में आठ काश्तकार
मुआवजा वापसी की जुगत में आठ काश्तकार

जागरण संवाददाता, रुद्रपुर :

बैक डेट में कृषि भूमि को अकृषि में बदल (143) करोड़ों का मुआवजा लेने वाले किसानों के खिलाफ होने वाली एसआइटी कार्रवाई को देखते कई ली गई अतिरिक्त राशि वापस करने की जुगत में जुट गए हैं। आठ किसानों ने एसआइटी कार्यालय, एसएलएओ और कलक्ट्रेट पहुंचकर मुआवजा वापसी की कार्रवाई की जानकारी ली। माना जा रहा है कि इनमें से कुछ एक-दो दिन में मुआवजा वापस कर सकते हैं।

एनएच-74 मुआवजा घोटाले की जांच कर रही एसआइटी अब तक मिले साक्ष्यों के आधार पर 20 अधिकारी, कर्मचारी, किसान और बिल्डर्स को जेल भेज चुकी है। इसे देखते पूर्व में बैक डेट पर 143 कर करोड़ों का मुआवजा लेने वाले किसानों ने मुआवजा वापसी के लिए अधिकारियों से संपर्क भी किया था। कोर्ट के आदेश पर एसबीआइ में खाता खुलने के बाद जसपुर, बाजपुर और सितारगंज के चार किसानों ने इसमें 1.70 करोड़ रुपये जमा किए थे। इसके बाद किसान केवल मुआवजा वापसी की जानकारी जुटाते रहे। अब एसआइटी जसपुर, काशीपुर, बाजपुर, गदरपुर, किच्छा और सितारगंज तहसील के 22 किसानों के खिलाफ कार्रवाई का मन बना चुकी है। इस कार्रवाई से पहले एसआइटी को गदरपुर तहसील की एफएसएल रिपोर्ट का इंतजार था। माना जा रहा था कि रिपोर्ट मिलने के बाद मुआवजा जमा न करने वाले किसानों की गिरफ्तारी शुरू हो सकती है। लेकिन अब मुआवजा वापसी के लिए किसान एक बार फिर कलक्ट्रेट, एसएलएओ और एसआइटी कार्यालय के चक्कर काटने लगे हैं। एसआइटी अधिकारियों के मुताबिक बुधवार को जिले के काशीपुर, बाजपुर के आठ किसानों ने मुआवजा वापसी की प्रक्रिया की जानकारी ली है। इंसेट-

काशीपुर के किसान से पूछताछ

एसआइटी ने मुआवजा वापसी के लिए आए काशीपुर तहसील के एक किसान से पूछताछ की। अधिकारियों के मुताबिक एनएच की जद में आई भूमि का किसान का 1.42 करोड़ का मुआवजा बनना था। लेकिन एक अधिकारी की मिलीभगत से बैक डेट पर 143 कर उसे कई गुना मुआवजा मिल गया। एसआइटी के मुताबिक पूछताछ में किसान ने बताया कि मिले मुआवजे में से 50 प्रतिशत रकम उसने एक अधिकारी को दिए थे। इस पूछताछ के दौरान किसान ने मुआवजा वापस करने की बात भी कही। एक-दो दिन में वह रकम जमा भी कर सकता है।

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