सीएम की समीक्षा बैठक में विधायक और जिपं अध्यक्ष के बीच तनातनी

किच्छा विधायक राजेश शुक्ला और जिला पंचायत अध्यक्ष के बीच सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की बैठक में तनातनी होने लगी। जिसपर विधायक मीटिंग छोड़ जाने लगे।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Wed, 19 Dec 2018 06:01 PM (IST) Updated:Wed, 19 Dec 2018 06:01 PM (IST)
सीएम की समीक्षा बैठक में विधायक और जिपं अध्यक्ष के बीच तनातनी
सीएम की समीक्षा बैठक में विधायक और जिपं अध्यक्ष के बीच तनातनी

रुद्रपुर, जेएनएन। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावक की समीक्षा बैठक में किच्छा विधायक राजेश शुक्ला और जिला पंचायत अध्यक्ष ईश्वरी प्रसाद गंगवार के बीच तनातनी हो गई। जिससे नाराज विधायक मीटिंग से उठ कर जाने को खड़े हो गए, तो उन्हें समझा बुझाकर शांत कराया गया। 

मामला जिला योजना के लिए आवंटित धन को लेकर था। विधायक का कहना था कि जिला पंचायत सिर्फ कार्यदायी संस्था है और उसे कार्य वितरण का कोई अधिकार नहीं है। कार्य वितरण जिला प्रशासन के जरिए किया जाना चाहिए, जबकि जिला पंचायत ने इसका ठेका ले रखा है। उनके प्रस्ताव जिला पंचायत में नहीं लिए गए और कार्यों को नहीं कराया गया। उन्होंने कार्यदाई संस्था जिला पंचायत की जगह पीडब्ल्यूडी के होने की बात कही। वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष ने आरोपों को गलत बताया। मुख्यमंत्री ने कमिश्नर को इस मामले में जांच के निर्देश दिए, वहीं लालपुर मार्ग और अटरिया मार्ग निर्माण अभी तक पूरा ना होने पर मुख्यमंत्री ने कमिश्नर डीएम को मौके पर जाकर जांच करने के निर्देश दिए। 

सितारगंज में तिलियापुर पुल और कटना नदी पर पुल का निर्माण वर्षों बाद भी पुराना होने पर मुख्यमंत्री ने ठेकेदार को 10 साल के लिए ब्लैक लिस्ट करने को कहा। साथ ही जिम्मेदार अफसरों पर भी कार्रवाई के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने जिले के 10000 कुपोषित बच्चों को गोद लेने को भी कहा। इस मौके पर शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, कमिश्नर अजय रौतेला, डीएम नीरज खैरवाल, विधायक राजेश शुक्ला, विधायक रुद्रपुर राजकुमार ठुकराल, विधायक सितारगंज सौरभ बहुगुणा के अलावा जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।

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