पांच दिन से जारी है एफआइआर की लिखापढ़ी

फोटो20एचएलडी3 काशीपुर के कटोराताल पुलिस चौकी में सबसे बड़ी कही जा रही एफआइआर लि

By JagranEdited By: Publish:Fri, 20 Sep 2019 11:19 PM (IST) Updated:Fri, 20 Sep 2019 11:19 PM (IST)
पांच दिन से जारी है एफआइआर की लिखापढ़ी
पांच दिन से जारी है एफआइआर की लिखापढ़ी

फोटो:20एचएलडी3

काशीपुर के कटोराताल पुलिस चौकी में सबसे बड़ी कही जा रही एफआइआर लिखने में जुटे मुंशी प्रमोद जोशी।

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= आयुष्मान घोटाले की फांस में पुलिस भी अटक रही सांस

= एफआइआर पूरी होने में लग सकते हैं तीन दिन, अभी तक लिखे गए 43 पेज

जागरण संवाददाता, काशीपुर(ऊधमसिंह नगर) : उत्तराखंड में पहली बार सबसे लंबी एफआइआर दर्ज होने वाली है। अभी तक पांच दिन में 43 पेज ही लिखे जा सके हैं। जबकि अभी 11 पेज और लिखे जाने हैं। आयुष्मान योजना में घोटाले से संबंधित इस एफआइआर को लिखने में पुलिस के पसीने छूट रहे हैं। दरअसल स्वास्थ्य विभाग ने घोटाले की जांच रिपोर्ट ही पुलिस को एफआइआर के रूप में दे दी है। जिसके चलते पुलिस पांच दिन से लगातार लिखा-पढ़ी में जुटी है।

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इतनी बड़ी एफआइआर लिखे जाने के पीछे क्या है मामला

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अटल आयुष्मान योजना के तहत काशीपुर के एमपी मेमोरियल अस्पताल और देवकी नंदन अस्पताल में भारी अनियमितताएं पकड़ी थीं। जांच में सामने आया कि अस्पताल के संचालक नियमों के खिलाफ मरीजों के फर्जी इलाज के बिलों का क्लेम वसूल रहे हैं। एमपी अस्पताल में मरीजों के डिस्चार्ज होने के बाद भी उनको कई-कई दिनों तक अस्पताल में भर्ती दिखाया गया। इसके अलावा आइसीयू में भी क्षमता से ज्यादा रोगियों का इलाज होना बताया गया। मामले की पूरी जांच के बाद स्वास्थ्य विभाग ने पूरी जांच रिपोर्ट ही पुलिस को एफआइआर दर्ज करने के लिए दे दी। स्वास्थ्य विभाग की जांच ही पुलिस के गले की फांस बनी हुई है। यदि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जांच का निष्कर्ष निकालकर दिया गया होता तो पुलिस का काम आसान होता। हालांकि बांसफोड़ान पुलिस चौकी में देवकी नंदन अस्पताल के संचालक पुनीत बंसल के खिलाफ 22 पेज की एफआइआर लिखी जा चुकी है। जबकि अभी एमपी मेमोरियल अस्पताल के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने का सिलसिला जारी है।

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आंकड़ों के गणित के अलावा हिदी-अंग्रेजी भाषा में भी दिक्कत

एफआइआर को लिखने में पुलिस के मुंशी प्रमोद जोशी के सामने सबसे बड़ी दिक्कत भाषा भी बनी हुई हैं। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा एफआइआर लिखने को दी गई जांच रिपोर्ट में हिदी व अंग्रेजी भाषा तो है ही गणित के आंकड़े भी उलझा रहे हैं। जिससे एक पेज लिखने में घंटों का समय लग रहा है। हालांकि मैनुअल के साथ-साथ पुलिस इसे सीसीटीएनएस साफ्टवेयर में भी अपडेट कर रही है।

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एफआइआर लिखे जाने में खर्च हो चुके हैं आठ पैन

कटोराताल पुलिस चौकी में एमपी मेमोरियल अस्पताल के खिलाफ लिखी जा रही एफआइआर में अभी तक आठ पैन लग चुकी हैं। एफआइआर को लिखने में मुंशी को प्रतिदिन 14 घंटे का समय देना पड़ रहा है।

::::::वर्जन-

यह देश या प्रदेश की सबसे बड़ी एफआइआर है, ऐसा कोई रिकॉर्ड नहीं है। एफआइआर लंबी जरूर है इसीलिए समय भी अधिक लग रहा है।

-बरिदरजीत सिंह, एसएसपी ऊधमसिंह नगर

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